इंतज़ार |
जो दिल में है कह देते है
इश्क़ जो तुमसे करते है
अंधेरो से रौशनी की बात करके
दिल के चिरागो को रौशन करते है
रास्तों से मंज़िल का पता पाते है
और भूले हुए को रास्ता बताते है
अपने ख्यालों से ले सुकून
एक नया आशियाँ बनाते है
करना है दूर तक सफर तन्हा
इसलिए यादों को जवां रखते है
फ़िज़ूल है तुमसे वफ़ा की उम्मीद
इसलिए ज़ख्मो को हरा रखते है
चेहरे पे न दिखे दिल की तख्ती
इसलिए मुस्कान बड़ी रखते है
तुम आओ या न आओ दोस्त मेरे
हम इंतज़ार तेरे सुभू शाम करते है