Monday, April 18, 2022

रेत का किनारा | RET KA KINARA | HINDI POETRY ON LUCK - REASON & LIFE | किस्मत

रेत का किनारा 

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ये किस्मत है जो खेल खेलती है

रेगिस्तान में भी पानी देखती है

जो मिल नहीं सकता मिलाती है उससे 

बंजर भूमि में भी हरयाली देखती है।  


हम तो कठपुतली है हाथों के इसकी 

मन चाहा हमसे ये खेल खेलती है 

जिन राहो को पीछे छोड़ आये है 

वही से गुजरने को फिर कहती है 


जो बने थे वजह हसने की कभी

दर्द का अब वो कारण बने है 

छल से छाला है किस्मत ने जिन्हे 

क्या अरमां कभी उनके पूरे हुए है । 


क्या कहे इन लकीरो में क्या लिखा है 

जो साथ है अपना बाकि धोखा जिया है 

बस है किस्मत का ये खेल सारा 

कभी मिले मोती कभी रेत का किनारा । 

Saturday, April 09, 2022

इस धरा से दूर गगन से दूर चले | HINDI POETRY ON LOVE, EQUALITY, UNITY & FREEDOM | IS DHARA SE DOOR GAGAN SE DOOR CHALEIN

 

       HINDI POETRY ON LOVE, EQUALITY, UNITY & FREEDOM


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इस धरा से दूर गगन से दूर चले

गर तुम साथ दो तो नए सफर पे चले


खाइशो से परे उमीदों से बेखबर

हो सुकून जहाँ ऐसी डगर पे चले  


कोई शिकवा गिला किसी को न रहे

जहाँ सब हो एक समान ऐसे गुलिस्तां में चले 


जहाँ  दुख दर्द किसी को छू न सके

चल ऐसी कोई दुनिया बसाने चले 


सब धर्मो पे विश्वास और एकता रहे 

एक मत हो सबका कोई न बंधन रहे


एक ही मंज़िल एक रास्ता रहे

जहाँ प्रेम ही हो भाषा ऐसी आस्था रहे

 

इस धरा से दूर गगन से दूर चले

गर तुम साथ दो तो नए सफर पे चले। 


Pls enjoy the short video on abv poetry




Thursday, April 07, 2022

बिछड़ना हमें था | BICHADANA HAME THA | SAD POETRY ON LOVE

Short Poetry On बिछड़ना हमें था




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बिछड़ना हमें था











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सोचता हूँ  तुमसे  मुलाकात क्यों हुई 

क्यों हमारी इतनी बातें हुई 

तकलीफें ज़िन्दगी में कम न थी 

जो तेरी यादें भी उनमे शामिल हुई ! 


हर मुसीबतो से लड़ता रहा हूँ  

देर से ही सही पर जीतता रहा हूँ 

क्या पता था शिकस्त प्रेम में होगी

जीत के भी हार जाऊ ऐसी किस्मत होगी !


उम्र भर तेरा दुःख मुझको को खलेगा

हर कदम पे तेरा साया दिखेगा 

एक सवाल दिल हमेशा करेगा 

क्यों मिले थे हम जब बिछड़ना हमें था !

Thursday, March 31, 2022

बदलते रिश्ते | BADALTE RISHTE | HINDI POETRY ON CHANGING RELATIONS WITH TIME

 

बदलते रिश्ते 








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चाहते थे तेरे रंग में रंगे

अफ़सोस तेरे रंग फरेबी लगे 

झूठी दुनिया के खाव्ब मुझे 

असल जिंदगी  के धोखे लगे 

बातें है मोह्हबत की 

पर लब पे तो शिकवे दिखे 

साथ  रहना है जिनके मुझे 

रिश्ता क्या है कहते दिखे 

गैरो की तो बात अलग है 

रूप अपनों के बदलते दिखे 

है वक़्त सही तो सब सही

औकात देख फैसले बदलते दिखे। 

Wednesday, March 30, 2022

मुक्कमल इश्क़ | All Love | Defame In Love

मुक्कमल  इश्क़








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और क्या क्या करवाएगा 

इश्क़ ये तेरा

बेज़्ज़ती, बदनामी और दिल तोडना  मेरा


और कितना इंतज़ार करे 

यार तेरा 

साल , २ साल या उम्र भर तेरा। 


किस किस से छुपेगा 

हाले दिल अपना 

जिक्र होगा जब सरेआम अपना 


किस किस से कहोगे

इश्क़ सच्चा था अपना  

आएगा सबके सामने जब मसला अपना।  


बदनामी के सिवा और कुछ ना मिलेगा

ये इश्क़ है ...

जो अधूरा रह के भी मुक्कमल रहेगा। 

Tuesday, March 29, 2022

अरमानो की डोर | ARMANOO KI DOR | Poetry On New Relation, Trust & Love | Friendship & Commitment

अरमानो की डोर








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फिर देखा एक सपना  है

शायद कोई अपना है

बुला रहा है पास मुझे

एक नयी शुरुवात की आस लिए


आँखों में उमंगें जिसकी है

देख के मुझको पूरी होती है

है जिसके दिल में प्यार बहुत

ऐसी सूरत उसकी लगती है 


कौन है जो चाह रहा 

फिर मन उपवन खिला रहा

बेरंग फूलो में डाल के रंग

मेरी जीवन बगिया महका रहा। 


मैं  भी चलदी हूँ उसकी ओर

ले के अरमानो की डोर 

कदम से कदम  है  मिला लिए 

और फासले कम हो गए । 

Monday, March 28, 2022

ज़िन्दगी की पहचान | JINDAGI KI PEHCHAAN | INTRODUCTION OF LIFE

ज़िन्दगी








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ज़िन्दगी सफर में खुद से , 

रूबरू कराती रही मुझे 

है सफर ही ज़िन्दगी , 

बस बताती रही मुझे 

जो मिल गया मुझे 

 वो भी मेरा नहीं 

बस इसी बात का एहसास 

कराती रही मुझे !




Saturday, March 26, 2022

नींव - रिश्तों की | Neev - BASE OF FAMILY RELATIONS | DISLOYAL RELATIONS

नींव 






दिल टूटने का अफ़सोस है तेरे 

विश्वास टूटा तेरा खेद है मुझे 

कोशिशे न काम आ सकी

तेरी साथ रहने की कभी ।


रहा जिन रिश्तों पे विश्वास तुझे 

वो तो गैरों से भी बेदर्द है 

निभा रहा है दोस्त तू

जो रिश्ते सभी नाम के है 


अपनो से हारी है दुनिया

इसमें न कोई संदेह है

गिरना तय है  उन घरो का 

नींव जिनकी कमज़ोर है  

Thursday, March 24, 2022

आज़ादी | Freedom Of Thoughts & Equality | Motivational Poetry For Believe In Yourself | Be You

 

आज़ादी 












सभी बंधनों से अलग 

एक खास बंधन में बंधी हूँ

आज़ादी हूँ मैं

सिर्फ अपने विचारों से जुडी हूँ। 


जात पात का भेद नहीं है

मेरा किसी से बैर नहीं है

है सभी रंगो पे अभिमान 

हर मज़हब में आस्था रही है। 


मान सम्मान अधिकार सभी के

मुझको तो बस खुद पे यकीं है 

रोक टोक से दूर बहुत मैं 

जो हो सबके हित में वही , सही है। 


परखू मैं इस दुनिया को

अपने ख्याल और अनुभव लिए 

हूँ अपने आप में मुकम्मल 

अपनी एक  पहचान लिए। 


सीमाएं मेरी कोई नहीं

फैली हूँ खुशबू की तरह

पाने चाहे हर कोई मुझे

हाँ, आज़ादी है नाम मेरा। 

Thursday, March 17, 2022

Love Quote | Short Love Poetry | Regret In Love |अफ़सोस

अफ़सोस 

 






 

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दूर इतना भी न थे

के पुकारा न गया  

फासले तो चंद कदमो के थे ,

अफ़सोस तुमसे आया न गया।  

Short clip of above poetry





Tuesday, March 15, 2022

परवाह | CARE | HINDI POETRY ON WELL-WISHER | THANKFUL | GRATITUDE

परवाह 







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एक एहसान हुआ तेरा

ये दिल गुलाम हुआ तेरा

मैंने तो कुछ न कहा

फिर भी हाले दिल 

जान लिया मेरा


दुश्मनो की भीड़ में

एक पहचान जो तुमसे हुई

जहाँ  अपने भी साथ छोड़ गए

वह साथ दे दिया मेरा 


न था यकीं खुद  पे भी

परछाइयों से भी डर लगता था

ऐसे में एक उम्मीद जगा

नया रास्ता दिखा गया कोई 


इतना ही साथ काफी है 

उमीदे मेरी ज़ादा नहीं

इस जिंदगी को दोस्त मेरे

ज़ादा परवाह की आदत नहीं । 

Monday, March 14, 2022

खोखले रिश्ते | Hindi poetry on Divorce | Separation | Breaking Relations of love | Ego & Misunderstandings | Incompatible Relations

खोखले रिश्ते






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तेरा अधिकार ही बहुत था 

मुझको  रोकने के लिए

अफ़सोस तो है के ,

तुमने  कभी आवाज़ न दी । 


दो प्यार के बोल ही काफी थे

टूटे  रिश्तों को जोड़ने के लिए 

तकलीफ तो ये है के ,

तुमने कभी कोशिश न की। 


दूर इतना भी नहीं थे

के पुकारा न गया  !

फासले तो चंद कदमो के थे ,

पर तुमने कभी हिम्मत न की। 


खुद से ज़ादा विश्वास

था जिनपे हमें  !

ताजुब है समय ने 

धारणा बदल दी।  


मंजूर तो न था हमें 

किस्मत का फैसला 

दुःख तो ये है 

अपनों ने नज़रे ही फेर ली। 


हाँ ! 

एक शिकायत रही हमें खुद से 

खोखले रिश्तों की भी यादें 

हमसे भुलाई नहीं गयी।  


Saturday, March 12, 2022

दरमियाँ - Between Eyes | Hindi Poetry On Distance Relationship | Misunderstanding Between Relations | Immense Love | दिलासा | भ्रम

दरमियाँ -Between  Eyes

 







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है कौन एक तेरा सिवा 

उसपे भी तू दूर है !

क्या कह के दिल को समझाए 

जो तुझसे मिलने को मजबूर है !


रोज़ दिलासा देते है

मिलना होगा ज़रूर कहते है

पर सच तो दिल भी जानता है

मेरे झूठ को भी पहचानता है !


बस एक गुज़ारिश तुझसे है

मेरे भ्रम को भरम ही रहने दे

जो दूरी तेरे मेरे  दरमियाँ है बनी 

उन्हें आँखों के बीच ही रहने दे । 

Wednesday, March 09, 2022

Slogan Of World Tuberculosis Day 24th March | 24 मार्च - विश्व टीबी दिवस |

टीबी

 







पूरा करे टीबी का इलाज 

रखे खान पान  का ध्यान

डॉक्टर के संपर्क में रहे

और विश्व को टीबी मुक्त करे !


Tuberculosis







Tb Is Curable

Lets Come Together & Free The world From Tuberculosis (TB)


Tuesday, March 08, 2022

बीते कल में | Hindi Poem on Past Life | Yaadein | Memories Of Love | एहसास

 बीते कल में








ये कैसी समय की चाल है

जो था साथ कभी 

आज एक ख्याल है । 


बिताये जिसके साथ 

रात और दिन 

वो आज एक एहसास है । 


वो घंटो का इंतज़ार

वो  लड़ने वाला प्यार

बस एक फ़रियाद है  । 


मिलोगे कभी तो पूछेंगे तुमसे

क्या हमारी तरह तुम भी 

जीते हो बीते कल में ।। 

Monday, March 07, 2022

दीदार | DIDAAR | HINDI POETRY ON LOVE | MISSING | MEMORABLE MOMENTS OF LOVE

दीदार








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कभी तेरी गली से गुज़र गए

दीदार हुआ कभी तेरा

कभी तेरी आरज़ू में रह गए । 


ख्याल तेरा दिल में लिए

न जाने कितनी दूर निकल गए 

पीछे मुड़ के देखा तो 

कई अरसे गुज़र गए। 


देर रात तलक तेरे बारे में सोचना

सुबह उठकर फिर तेरी राह देखना 

भूले नहीं भोलेगा मुझे

दिन में भी तेरे सपने देखना। 


आज भी है याद मुझे

वो तेरा मुझको देखना

दीदार होते ही मेरा 

अपने बालों में हाथ फेरना


क्या जूनून क्या आशिक़ी थी

हमने भी कभी मोहब्बत की थी । 

रहते थे जिसके खयालो में गुम 

वही तो असली ज़िन्दगी थी।।  

Thursday, March 03, 2022

झूठ | Hindi Poetry On Immaturity | फितरत

फितरत







और कितना झूठ है सच में तेरे

फितरत तो तेरी जान ली यार हमने

क्या कहे तुझको ?

तू तो अपनी समझदारी में है !

खो दिया है सबकुछ 

फिर भी होशियारी में है !!


Wednesday, March 02, 2022

दिल से दिल तक | Hindi Poetry on Love | Friendship & Relationship | Conversation Of Love








हर बात तेरी 

तेरे और करीब ले आती है

जितना भूलना चाहूँ तुझे

तेरी उतनी याद आती है। 


जानता हूँ मुमकिन नहीं

तेरा मेरे साथ रहना

फिर भी न जाने क्यू मुझे !

किस्मत तुझसे मिलाती  है। 


दिल में एक विश्वास है

रिश्ता अपना ख़ास है। 

यूँ नहीं मेरी धड़कने 

तेरा नाम सुन बढ़ जाती है। 


हो कहीं भी दिल मेरा

ख्याल तेरा ही रहे

हाँ , ये बात मैंने मान ली

तेरे जैसा मिलना मुश्किल है । 


प्यार है तुझसे ही  करना

लड़ना भी तेरे साथ है

अब चाहे सफर कैसा भी हो

मुझे चलना  तेरे साथ है।। 

Thursday, February 24, 2022

कसम है मेरी | KASAM | HINDI POETRY ON LOVE | LIKING SOMEONE | IN LOVE | FEELINGS FOR LOVE

कसम है मेरी 









तेरी नज़र ऐसा असर कर गयी 

देखते ही दिल में घर कर गयी

सुध अपनी मुझे अब कुछ न रही

जबसे ख्यालो में मेरे तू बस गयी । 


उमीदे तुझसे अब जुड़ने लगी

फिर से जीने की मन में उमंगें बढ़ी

जो कही न किसी से वो बातें कहीं

जबसे जीने की तेरे संग कस्मे हुई। 


अब तो दिन में सपने सजोने लगे

जबसे नाम  तेरा हम जपने लगे 

क्यू न कोई मुझे अब तुझसा लगे

तेरा चेहरा न जाने क्या जादू करे। 


रात और दिन आंखों में कटने लगे

क्यू तुझसे मिलने की बेचैनी रहे 

यार ! अब और दूरी न सही जा रही

पास आजा के तुझको कसम है मेरी !!

Wednesday, February 23, 2022

नज़र | NAZAR | HINDI POEM ON LOVE AT FIRST SIGHT


नज़र 






तेरी नज़र ऐसा असर कर गयी 

देखते ही दिल में घर कर गयी

सुध अपनी मुझे अब कुछ न रही

जबसे ख्यालो में मेरे तू बस गयी । 



Saturday, February 19, 2022

निशब्द प्रेम : Silent Love | Hindi Poetry On Distance Relationship | Finding Ways In Love

निशब्द प्रेम








       

बहुत दिनों से  पूछा नहीं हाल 

क्या तू भी बेपरवाह हो गया 

प्यार की राह दिखा के मुझे 

खुद अपने पथ से गुमराह हो गया  ।


सिखाया तो तुमने ही है

दुनिया में बस प्यार ही है

बांधे जो दिल से दिल को 

ऐसी कोई डोर भी है  ।


है राह दिखाना आसान बहुत

पर उसपे चलना मुश्किल है 

खोखले समाज की

सोच बदलना न मुमकिन है 


फासले ही अच्छे है

जो होके दूर भी पास है 

जो हो नहीं सकता  यार मेरे

क्यू उसपे तुझे विश्वास है । 


सच तो आखिर सच ही है

हर राह की न  मंज़िल है 

इस रंग बदलती दुनिया में

निशब्द होना ही वाजिब है  ।

समय - पीछे मुड़ के देख | TIME - BUSY LIFE | RECALLING OLD DAYS l HINDI KAVITA ON TODAY'S RUNNING LIFE

समय - पीछे मुड़ के देख 








पीछे मुड़के देखू तो याद आए

कैसे बितायी ज़िन्दगी जो जी आए 

सोचु तो हर दिन का हिसाब है

याद करू तो लगे कल की बात है । 


क्या कभी तुमने महसूस किया ?

संघर्ष में हर दिन बीत गया 

कुछ संघी साथी छूट गए

कुछ अपने हमसे रूठ गए  ।  


कोई आके दिल में बस गया

तो कोई दूर हमसे चला गया 

कहना , सुनना और कितनी बातें

कैसे काटे दिन और काटी रातें  । 


क्या था बचपन ! क्या रही जवानी !

खिलोने , किताबें और प्रेम कहानी 

आस पड़ोस और रिश्तेदार

शादी जन्मदिन और तीज त्यौहार 

माँ बाप का घर वो अपनापन 

निश्चिन्त स्वाभाव और बड़बोलापन 


हुई शादी चल दिए घर नए 

मिला नया परिवार ससुराल में 

समझते जिन्हे  कई साल लगे

देवर, जेठ और सास ससुर हमारे 

सलोना सा पति जो नखरे उठाये

हर बात पे अपनी सहमति जताये ।


बाल बच्चे और घर ग्रहस्ती 

रिक्शा, मेट्रो और ऑफिस की जल्दी

वाह री लाइफ तू कैसे गुज़री

हर उम्र मेरी तुझे छू के निकली। 


चाहू बैठना तेरे साथ एक दिन

पूछू तुझसे क्या है जल्दी ?

क्यू इतनी जल्दी है बीत रही !

ठहर जाना कुछ पल को 

जी लेने दे मुझे इसे

वरना छुट्टी लेनी पड़ेगी 

पीछे मुड़ के देखने के लिए । 

Thursday, February 17, 2022

न ठहर बस बढ़ता चल !! | प्रेरणादायक कविता | Motivational Hindi Poem | Inspirational Poetry | Hindi kavita on boosting Courage & Optimism


प्रेरणादायक कविता -न ठहर बस बढ़ता चल !!











    







हार के पीछे जीत छुपी है

तेरे कर्मो पे तेरी तकदीर टिकी है । 

हिम्मत न हार बस आगे बढ़ 

हर रात के पीछे सुबह खडी है । 

रख हौसलों में इतना दम

के दुखों की कमर तोड़ दे  । 

जिस पथ पे कांटे हो बिछे 

उस पथ पे कलिया बिखेर दे  । 

न बाल बांका कर सके 

तेरा कोई  कहीं कभी  । 

तू ऐसी एक चट्टान बन

जो शत्रुओं का रास्ता रोक दे  । 

तू याद बस अपना लक्ष्य रख

बनके अर्जुन तरकश तैयार रख  । 

ज़िन्दगी की रुकावटो को 

अपने हित में लेके चल  । 

न मिले जीत कोई बात नहीं

अपनी हार से सीख लेके चल  । 

जीवन एक परीक्षास्थल है

यहाँ कोई उत्तीर्ण तो कोई विफल है  । 

तेरी  हार में भी जीत है 

एक तजुर्बा, एक विश्वास है  । 

तू फिर से उठ और कोशिश कर 

बढ़के आगे अपनी जीत हासिल कर   ।। 








Monday, February 14, 2022

इश्क़ |Love Poetry | Valentine's Day Poetry With Image | Love Quotes | God's Gift Love

Valentine' Day









हर उम्र का सवाल है 

क्यू इश्क़ बेहिसाब है

थाह न इसका मिले है ! 

डूब के जो पार लगे है 

वही तो  जीवन में तरे है  

जिसे प्यार के बदले 

प्यार मिले है !!


Saturday, February 12, 2022

अनकहे प्यार के रिश्ते | KNOWN LOVE RELATIONS | TRUE RELATIONS 2022 l HINDI

अनकहे प्यार के रिश्ते 











शुक्रिया उन रिश्तों का

जिन्होंने तनहा छोड़ दिया

हम बेवजह सोचते थे , 

वो दिल से जुड़े है। 


वो रात - दिन की बातें , 

हसीं और ठहाके

वो कहना वो सुनना  

हम ही चाहते है। 


बातों में आना

खुद को समझाना 

झूठ को भी सच मान जाना

इस धोखे में रहना 

हम ही  चाहते है। 


जानते है ! तुमसे  निभेगा नहीं

फिर भी रिश्ता निभाना 

हम ही चाहते है।

       TheMisVi.Com

प्यार अपना है जो तुमसे जुड़े है

चालाकी को भी नसमझी कहे है  

तुम्हे क्या पता हम क्या जानते है ?

तुमसे ज्यादा तुम्हे हम पहचानते है ।  

Kindly watch Short Video on Rishte




Friday, February 11, 2022

साथ | LOVE QUOTE | LOVE POETRY | MEMORIES

साथ

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कई बार मैं ये सोच के खुश हो जाता हूँ 

    के तूने थोड़ी ही सही , 

   ज़िन्दगी मेरे साथ गुज़ारी है

Kindly Watch Short Video On Sath



Thursday, February 10, 2022

ऐतराज़ | HEART TOUCHING POETRY ON LOVE | MISSING YOU | LOVE QUOTES

ऐतराज़

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दूर हूँ तुझसे पर दिल तो तेरे पास है

तू कहे या न कहे तेरे दर्द का एहसास है

जान गए साथ रहना मुमकिन नहीं अपना

इसीलिए अब मुझे तुझसे न कोई ऐतराज़ है।  


Pls Watch Short Video On Aitraaj



Monday, February 07, 2022

साएं | Past Memories | Missing Old days | Sad poetry On love | Yaadein



साएं


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छोड़ आये हम वो घर , वो दीवारें 

अपनी मोहब्बत और उनके  फ़साने

मिला लिए कदम जिंदगी के साथ

और लेके चल दिए बीते लम्हों के साएं।। 







 









Saturday, February 05, 2022

ज़िन्दगी | Short Poetry On Life | Sad Status on Life

ज़िन्दगी 


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ज़िन्दगी  ने जो  दिया वो हँस के ले लिया

कभी गिला कभी शिकवा कुछ न किया

हैरत है ! ज़िन्दगी को एहसास न हुआ 

मारा मुझे वहीं जहाँ मेरा ज़ख्म था हरा। 


Dear friends Kindly Watch Short Video On Zindagi




Thursday, February 03, 2022

श्री राधे कृष्णा | Kavita On Shri Radhey Krishna | Kanha Status | Bhakti | Devotional Krishna Bhajan


           श्री राधे कृष्णा 

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तुझसे मिलने का बहाना है

श्याम दिल तेरा दीवाना है

तेरे चरणों में खज़ाना है

सब छोड़ अब शरण तेरी आना है। 


झूठ और सच को पहचाना है

फरक अब मोह माया  में जाना है

आंखों में अब तुझको बसाना  है

जो सच है दर्शन उसका पाना है। 


हरी नाम मुझको बड़ा प्यारा है

एक तेरी आस का सहारा है

हो गई है प्रीत तुझसे मोहन

अब और कुछ न मुझे पाना है।  


Pls watch short video on Shri Radhey



Tuesday, February 01, 2022

प्रेणादायक सुविचार | MOTIVATIONAL QUOTE ON LEARNINGS FROM LIFE | LIFE QUOTE | THOUGHT FOR LIFE

Motivational Quote 






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ये ज़िन्दगी हमें बहुत कुछ सीखा देती है 

गिरना, फिर उठना, फिर उठ के गिरना 

और आखिर में एक परिपक्व इंसान बना देती है।  

Kindly Watch Short Video On Motivational quote



Saturday, January 29, 2022

यादें | SHORT POETRY ON YAADEIN | MEMORIES | PAST | REGRET | DESIRE TO LIVE

Kindly watch short video on  Yaadein


हर  ख्याल तेरा  ,

एक सपना दिखा जाता है 

जो ज़िन्दगी हम जी न सके

उसकी याद  दिला जाता है  !

याद  - Memories




Friday, January 28, 2022

इज़हार | Expressing Love | Hindi Poem On Feelings Of Love | Learnings In Love |

इज़हार 











यूँ ही राहों  में मिल गया कोई

अधूरी कहानी को पूरा कर गया कोई


एहसास न था के कितने अकेले है हम  

दो कदम साथ चल के ये जता  गया कोई  !


अपनी खूबसूरती से तो वाकिफ न थे हम 

आँखों में आँखें डाल शीशा दिखा गया कोई  !


अच्छा समय बिता साथ रह के जिसके

उसी वक़्त का इंतज़ार सीखा गया कोई  !


प्यार होता है क्या निभाते है कैसे  ?

इज़हार करके निभाना सीखा गया कोई  !

Kindly watch short video on IZHAR






Tuesday, January 25, 2022

INDIA | भारत - ऐसा एक हिन्दुस्तान बने | Hindi kavita For 15th August & For 26th January | Patriotic Poem


भारत - ऐसा एक हिन्दुस्तान बने 



ऐसा एक हिन्दुस्तान बने

जहां हर दुःख का समाधान रहे

हो एक दूसरे में निस्वार्थ प्रेम

और आपस में सब मिलकर रहे  । 


जहां ऊंच नीच का फर्क न हो

न काले गोरे का भेद रहे

क्या हिन्दू और क्या मुसल्मा

सब में भाईचारा रहे । 


बेटियां भी हो बेटो के समान

दोनों को बराबर प्रेम  मिले 

न दान दहेज़  की  हो चिंता

माता पिता भी निश्चिन्त रहे । 


मिले सबको एक समान अधिकार

अमीर - गरीब न आपस में लड़े 

हो आदर,कर्त्तव्य और प्रेम जहां

ऐसा एक हिंदुस्तान बने।। 


Kindly Watch Short Video On INDIA






Monday, January 24, 2022

आशिक़ी | Love Poetry | Beautiful Short Poem On Love & Relationship

Kindly watch short video On Love Poetry
         


क्या जूनून क्या आशिक़ी थी 

हमने भी कभी मोहब्बत की थी । 

रहते थे जिसके खयालो में गुम 

वही तो असली ज़िन्दगी थी।।  

जूनून




मर्ज़ी नहीं | MARZI NAHI | EMOTIONAL POETRY ON LIFE | HEART TOUCHY POETRY LIVING LIFE

मर्ज़ी नहीं 








अब दिल मेरा ये भर गया , हर बात से मुकर गया ,

कुछ न पूछो यारो मुझसे मेरा मन हर जगह से उठ गया 


जो मिला वही बदल गया , दिखा के सपने सुनहरे चल दिया

क्या उम्मीद करे किस्मत से हम जहाँ ठहरे वही दिन ढल गया


हर आह पे एक आह है अब दर्द भी शर्मसार है ,

कितना मिला है ये मुझे न इसको कुछ अनुमान है 


कुछ कहने की तम्मना नहीं ! ये ज़िन्दगी अब अपनी नहीं ,

जो चाहा कभी हुआ नहीं , अब अपनी कोई मर्ज़ी नहीं ।।

Friday, January 21, 2022

जिंदगी - नाटक और किरदार | LIFE -DRAMA & ITS CHARACTER | Long Beautiful Poem On The Struggles Of Life

** जिंदगी - नाटक और किरदार  **








जिंदगी हर कदम  एक नया मोड है 

क्या होगा कल बस यही प्रश्न है ! 

है कभी पहेली  तो कभी जिज्ञासा 

कभी काली रात तो कभी उजियारा 


कभी हंसा दिया तो कभी रुला दिया 

बच्चे जैसे मन मेरा ज़िन्दगी ने उलझा दिया 

कराके रिश्तों की पहचान मुझे 

आँखों से पर्दा हटा दिया 


इस जीवन के कितने रंग 

और कितने ही पहलु है 

जीना है बस यही जीवन 

फिर क्यू इतने रूप इसने बदले है 


कितने संघर्ष और कितने दिन 

क्या कुछ भी है ज्ञात इसे 

अबतो आदत पड गयी 

जीना है हर हाल इसे !


फिर भी एक तस्सली है  

हर रात की सुबह होती है

जीना तो ज़िन्दगी ने  सीखा दिया 

प्रेम और द्वेष में फर्क दिखा दिया 


दिखा दिए सबने अपने रंग 

चलना है बस अपने दम  

है इसमें भी एक अपना मज़ा 

खेल इसका अब  समझ आने लगा   


पूरा कर मेरा अरमान  

करादे अपनी पहचान 

या कहदू तुझे फरेब मैं 

ज़िन्दगी एक नाटक 

और इसका किरदार मैं । 


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