Saturday, January 29, 2022

यादें | SHORT POETRY ON YAADEIN | MEMORIES | PAST | REGRET | DESIRE TO LIVE

Kindly watch short video on  Yaadein


हर  ख्याल तेरा  ,

एक सपना दिखा जाता है 

जो ज़िन्दगी हम जी न सके

उसकी याद  दिला जाता है  !

याद  - Memories




Friday, January 28, 2022

इज़हार | Expressing Love | Hindi Poem On Feelings Of Love | Learnings In Love |

इज़हार 











यूँ ही राहों  में मिल गया कोई

अधूरी कहानी को पूरा कर गया कोई


एहसास न था के कितने अकेले है हम  

दो कदम साथ चल के ये जता  गया कोई  !


अपनी खूबसूरती से तो वाकिफ न थे हम 

आँखों में आँखें डाल शीशा दिखा गया कोई  !


अच्छा समय बिता साथ रह के जिसके

उसी वक़्त का इंतज़ार सीखा गया कोई  !


प्यार होता है क्या निभाते है कैसे  ?

इज़हार करके निभाना सीखा गया कोई  !

Kindly watch short video on IZHAR






Tuesday, January 25, 2022

INDIA | भारत - ऐसा एक हिन्दुस्तान बने | Hindi kavita For 15th August & For 26th January | Patriotic Poem


भारत - ऐसा एक हिन्दुस्तान बने 



ऐसा एक हिन्दुस्तान बने

जहां हर दुःख का समाधान रहे

हो एक दूसरे में निस्वार्थ प्रेम

और आपस में सब मिलकर रहे  । 


जहां ऊंच नीच का फर्क न हो

न काले गोरे का भेद रहे

क्या हिन्दू और क्या मुसल्मा

सब में भाईचारा रहे । 


बेटियां भी हो बेटो के समान

दोनों को बराबर प्रेम  मिले 

न दान दहेज़  की  हो चिंता

माता पिता भी निश्चिन्त रहे । 


मिले सबको एक समान अधिकार

अमीर - गरीब न आपस में लड़े 

हो आदर,कर्त्तव्य और प्रेम जहां

ऐसा एक हिंदुस्तान बने।। 


Kindly Watch Short Video On INDIA






Monday, January 24, 2022

आशिक़ी | Love Poetry | Beautiful Short Poem On Love & Relationship

Kindly watch short video On Love Poetry
         


क्या जूनून क्या आशिक़ी थी 

हमने भी कभी मोहब्बत की थी । 

रहते थे जिसके खयालो में गुम 

वही तो असली ज़िन्दगी थी।।  

जूनून




मर्ज़ी नहीं | MARZI NAHI | EMOTIONAL POETRY ON LIFE | HEART TOUCHY POETRY LIVING LIFE

मर्ज़ी नहीं 








अब दिल मेरा ये भर गया , हर बात से मुकर गया ,

कुछ न पूछो यारो मुझसे मेरा मन हर जगह से उठ गया 


जो मिला वही बदल गया , दिखा के सपने सुनहरे चल दिया

क्या उम्मीद करे किस्मत से हम जहाँ ठहरे वही दिन ढल गया


हर आह पे एक आह है अब दर्द भी शर्मसार है ,

कितना मिला है ये मुझे न इसको कुछ अनुमान है 


कुछ कहने की तम्मना नहीं ! ये ज़िन्दगी अब अपनी नहीं ,

जो चाहा कभी हुआ नहीं , अब अपनी कोई मर्ज़ी नहीं ।।

Friday, January 21, 2022

जिंदगी - नाटक और किरदार | LIFE -DRAMA & ITS CHARACTER | Long Beautiful Poem On The Struggles Of Life

** जिंदगी - नाटक और किरदार  **








जिंदगी हर कदम  एक नया मोड है 

क्या होगा कल बस यही प्रश्न है ! 

है कभी पहेली  तो कभी जिज्ञासा 

कभी काली रात तो कभी उजियारा 


कभी हंसा दिया तो कभी रुला दिया 

बच्चे जैसे मन मेरा ज़िन्दगी ने उलझा दिया 

कराके रिश्तों की पहचान मुझे 

आँखों से पर्दा हटा दिया 


इस जीवन के कितने रंग 

और कितने ही पहलु है 

जीना है बस यही जीवन 

फिर क्यू इतने रूप इसने बदले है 


कितने संघर्ष और कितने दिन 

क्या कुछ भी है ज्ञात इसे 

अबतो आदत पड गयी 

जीना है हर हाल इसे !


फिर भी एक तस्सली है  

हर रात की सुबह होती है

जीना तो ज़िन्दगी ने  सीखा दिया 

प्रेम और द्वेष में फर्क दिखा दिया 


दिखा दिए सबने अपने रंग 

चलना है बस अपने दम  

है इसमें भी एक अपना मज़ा 

खेल इसका अब  समझ आने लगा   


पूरा कर मेरा अरमान  

करादे अपनी पहचान 

या कहदू तुझे फरेब मैं 

ज़िन्दगी एक नाटक 

और इसका किरदार मैं । 


Thursday, January 20, 2022

प्रेरणादायक सुविचार | MOTIVATIONAL QUOTE | INSPIRATIONAL THOUGHT ON SUCESS | GOODMORNING QUOTE


प्रेरणादायक  सुविचार









हर राह पे हो फूल मुमकिन तो नहीं है !

ठोकरो के बिना जीत मिले तो वो जीत नहीं है  ,

ये जिंदगी ही कुछ ऐसी है  !

कांटे हो जहाँ मिलता फूल वही है । 


Kindly watch short video on Motivational Quote




कुछ ऐसे ही | KUCH AISE HI | HINDI POETRY ON STRUGGLE IN LOVE LIFE

कुछ ऐसे ही









किसी से इश्क़ होना गुनाह नहीं है

हर कसूर की सजा मिले ज़रूरी नहीं है ,

यह चाहत ही कुछ ऐसी है जनाब !

जिससे हो जाये उससे शिकायत नहीं है। 


हर बात सबसे कहे मुनासिफ नहीं है

बस हाले दिल बयान करे तो ही सही है  ,                            

ये आदत ही कुछ ऐसी है जनाब !

 मिले जिससे दिल बस विश्वास वही है 


हर राह पे हो फूल मुमकिन तो नहीं है

ठोकरो के बिना जीत मिले तो वो जीत नहीं है  ,

ये जिंदगी ही कुछ ऐसी है जनाब !

कांटे हो जहाँ मिलता फूल वही है । 

Monday, January 17, 2022

प्रकृति से मिलन | वनस्पति जल , जीवन और प्राकृतिक पर रचना | DESIRE TO BE WITH NATURE AND ENJOYING ITS PEACE & BEAUTY

प्रकृति से  मिलन 












ऐ दिल चल प्रकृति से मिले 

जहाँ पूरी हो मेरी तमन्ना  

और चित मेरा प्रसन रहे 

हो इश्वरिये शक्ति का एहसास  जहाँ 

और उसकी रचनाओं से मन जुड़ता रहे   


जहाँ मिले असीम सुकून  

और दमकता आसमान रहे 

धरती जहाँ हो हरयाली लपेटे 

और पेड़ फल फूलो से लदे रहे 


हो खिली  धूप पत्तो से झांकती

और कल कल करती नदिया  बहे 

नंगे पाओं चल सकू जहाँ में 

घास , पुष्प पर ओस दिखे 


सुनाई दे जहाँ चिड़ियों की चहक

और पपीहे की पीहू रहे 

साथ रहे कोयल की कुहुक 

और गूंजती मेरी आवाज़ रहे  


हो दरख्त जहाँ गगन चूमते

और भूमि को आकाश मिले

हो तारे नभ में बिछे हुए

और जुगनू धरती पर जलते दिखे 


तिलक लगाउ उस मिट्टी से

जो वन उपवन से मुझे मिले  

ओढ़ लू मैं वो रंग केसरी 

जो उगते सूरज में  मुझे दिखे  


सजा लू बालों मैं वनफूल

और लाली गुलाब से ले लू मैं 

दूध से झरने में नहाके

अंतर  मन को पावन करलू मैं  

सुन्दर पुष्पों से करके श्रृंगार 

फिरसे मन में उमंगें भरलू    


ऐ दिल चल प्रकृति से मिले 

जहाँ धरती पे मैं स्वर्ग को पा लू 

देख लू मैं कुदरत का करिश्मा

और गोद में उसकी खुद को छुपा लू l










Friday, January 14, 2022

कागज़ी इज़हार | KAGAZI IZHAAR | Expression Of love | Describing Love | Accepting Love | Beautiful Love Poem

Kagazi Izhaar 






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ये कलम जो मेरे हाथ है 

प्यारा इसी का साथ है  

इससे इश्क़ मुझे हो गया ,

नाम जो तेरा  इसने लिख दिया  !


बस  ज़िक्र तेरा शुरू हो गया 

और ये कागज़  समझो भर गया  

न कुछ था ख्याल में मेरे 

अब क्या - क्या लिखू सवाल है मेरे  !


आके बता दे तू मुझे 

लिखू तेरे प्यारे सुनहरे पल  

या लिखू  तेरे जीने के अरमान पूरे   

कहाँ से शुरू करू  कहाँ पे ख़तम

थक जाएँगी कलम मेरी लिख के तेरे रंग !


बस इतना ही लिखती हूँ

तेरा आना जैसे  मुकम्मल दुआं 

और जाना  तेरा   

ले जाएगी मेरी जान पिया !

Thursday, January 13, 2022

जीने की चाह | HINDI KAVITA ON LIFE | Truth Of Life

जीने की चाह









एक कशमश सी है ज़िन्दगी 

क्यों इतनी अजीब सी है ज़िन्दगी

जो चाहा वो पाया  नहीं

जो होना था हुआ नहीं। 

किस बात का गुमान करे 

ज़िन्दगी किसी की सगी तो नहीं 


हर बात पे आहें भरते है

इसकी लिखी ही करते है। 

क्या कहे  ये कड़वा सच है ,

गुलाब सी ज़िन्दगी काँटों से घिरी है  । 


कभी लगे समुन्द्र सी शांत 

विशाल गहरी और जिंदगी लिए हुए 

जिसका थाह न लगाया जा सके 

 ज़िन्दगी के रंग तो बहुत है दोस्तो  

पर सबकी  ज़िन्दगी  लगती बेरंग  है 


किसी न किसी वजह से परेशान है हर कोई

देखना है और जीतना है  हर चाल को इसकी 

क्या पता थक जाये ये अपनी आदतों से  

और जीत जाये हम ज़िन्दगी को जीने की चाह में  !

Tuesday, January 11, 2022

Shri Krishna 💓💓 | Krishna Bhakti

Pls watch short video on Shri Krishna 😍

                  Shri Krishna

कभी मिलना तुझसे हो न सका 

फिर भी लगे जैसे प्रभु तू संग रहा !

तेरे होने का एहसास मुझे ऐसा लगे ,

मानो अँधेरी राह में भी दिए जल रहे  ।

Sunday, January 09, 2022

बेज़ार | AN EMOTIONAL POETRY ON LIFE


बेज़ार








क्या लिखा है तूने कभी पढ़ लिया होता ,

मुझे ज़िन्दगी देने से पहले

 तू भी इसे जी लिया होता । 


एक एहसान मुझपे भी कर दिया होता

कभी मेरे साथ आके 

तू भी रह लिया होता । 


समझते हम भी तुझको ऐ ...खुदा !

ये जीवन  भी तूने 

अगर जी लिया होता  । 


जब  दूर तक कोई दिखाई नहीं देता ,

फिर तुझे भी अपनी किये 

पे पछतावा होता ।  


बस एक जवाब देदे मेरे खुदा मुझे  ,

तेरी ज़िन्दगी क्यों मुझको  

बेज़ार सी लगे । 

Friday, January 07, 2022

मुलाकात तो हुई | Beautiful Poetry on Meeting With Love In Dreams | Romantic Poetry | Desire To Dream

Mulaakat 








सपनो में ही सही

मुलाकात तो हुई

जो तुमसे कहने थी ,

वो बात तो हुई । 


माना के सपना था मेरा 

जिसमे तुझसे मिल लिए  ,

एक अरसे बाद ही सही 

तेरी बाहों में सो लिए। 


मुस्कुराती शक़ल तेरी

फिर आंखों में बस गयी

एक रात में ही मानो ,

मैंने कई सादिया जी ली । 


ऐसा ही कोई सपना 

मेरे यार फिर दिखे

मैं सामने बैठु तेरे ,

तू मुझे देखता रहे !!  

Pls watch small video on Mulakaat To Hui



Thursday, January 06, 2022

कहता है दिल | Hindi Poetry on Love , Acceptations & Waiting Period In Love

Kehta Hai Dil








आना है लौट के तुझे कहता है मेरा दिल 

ऐसी कोई राह नहीं जिसकी नहीं मंज़िल  


रहना है तेरे साथ ही कहता है मेरा दिल

ऐसी धरती नहीं कहीं जिसका आस्मां नहीं 


प्यार है तुझसे ही कहता है है मेरा दिल

ऐसा कोई हृदय नहीं जिसमे बसता कोई नहीं  


है उमीदे तुझसे ही कहता है मेरा दिल

ऐसी कोई रात नहीं जिसकी होती सुबह नहीं 


इंतज़ार है तुझको भी कहता है मेरा दिल

ऐसा कोई शख्स नहीं जिसको मोहब्बत नहीं  । 

Wednesday, January 05, 2022

हार | Emotional Short Poetry | Heart Touchy Lines

 

हार






ये बेचैनी ये खलिश और बरसो का इंतज़ार !

ये मेरा इम्तिहान नहीं ! 

तेरी हार है परवरदिगार।। 

Saturday, January 01, 2022

दिल के करीब 💕 | Romantic Poetry on Love & Friendship | Feelings For Love 💕

Pls Watch  Short Video on Romantic Poetry
 

        Dil Ke Karib


एक प्यारा सा शब्द इश्क़ है 

जो हर दिल को अज़ीज़ है । 

जिसको हो जाये ये ,

वो बड़ा ही खुशनसीब है ।  

एक अलग दुनिया ,

एक नयी उम्मीद है । 

सभी रंगों से जो मिलके बने ,

एक नायाब तस्वीर है !

जो दिल के बेहद करीब है  ,

उसी का नाम तो इश्क़ है । 

एक ख्याल ,एक ख़्वाब 

और एक नई रौशनी है   ! !


Wednesday, December 29, 2021

श्री कृष्णा भक्ति | KRISHNA BHAKTI | KANHA STATUS | RADHEY KRISHNA

  Shri Krishna Bhakti 



मैं  हार के सबकुछ जीत गयी  !

कान्हा  तुझ संग जो प्रीत लगी  । 

ये  दुनियादारी सब झूठ लगे   !

होता तुझपे ऐतबार मुझे  !

अबतो अपनी शरण में लेलो   

भगवन ! मुझको भी दर्शन देदो ।।

 

Kindly Listen Short Bhajan On Shri Krishna

 


Sunday, December 26, 2021

जीवन सफ़र - JIVAN SAFAR |The Real Life


जीवन सफ़र







किसी को मिली धूप

तो किसी को छाँव मिल गयी  ,

किसी को हरयाली ज़मीन 

तो किसी को बंज़र मिल गयी । 


दोष तो किसी का नहीं

ये तो वक़्त की माया है

कभी नाँव पानी में

कभी नाँव में पानी समाया है । 


किसी ने पाए मोती 

 तो किसी को मिली रेत

गहरा ये जीवन समुन्दर

बस नसीबो का है खेल। 


किसी की नैया डूबी  

तो किसी की पार लग गयी  

कभी खुशियां  रही मुट्ठी में

तो कभी रेत सी फिसल गयी 


है बस एक मिटटी की काया !

जिसपे तू इतना इतराया

और कुछ नहीं  है पास तेरे ,

जो है बस ईश्वर का साया !!



Thursday, December 23, 2021

झूला | JHULA | KIDS POEM | बच्चों की कविता | CHILDHOOD MEMORIES | CHILDREN'S LIFE | PLAYGROUND | FUNTIME

 झूला






CHILDREN'S LIFE







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हर दिन का खेला 

बच्चो का झूला  

होता जिसका इंतज़ार

एक लम्बी कतार   


सुबह से दोपहर

दोपहर से शाम

बस खेलना और खेलना

न एक पल का आराम   


बार बार गिरना

मिटटी का  झड़ना 

पूरे दिन की मस्ती 

किताबों से कट्टी


याद रह जाएँगी 

बचपन की यादें  

वो पार्क का झूला 

भागना और छुपना 


 माँ का बुलाना 

फिर नया बहाना 

घर जाके पिटना

रोना और चिल्लाना  

बस अब नहीं खेलेंगे 

 बार बार दोहराना 


सबकी माँ अच्छी है

बस आप ही ख़राब 

देखो फिर भी करता हूँ  

माँ , मैं आपसे  प्यार  !

Wednesday, December 22, 2021

PAHELI | HINDI POETRY ON A GIRL | LIFE | WAITING PERIOD | SILENCE | LOVE








चुप है और चंचल भी  ,

लगती हंसमुख कुछ अपनी सी 

एक अनकही कहानी है ,

ये लड़की  जानी पहचानी है  । 


है एक पहेली सी !

रहती है शरमायी सी 

अपने को खुद में समेटे हुए 

दिखती है हर शाम मुझे । 

एक नया रंग लिए हुए । । 


आवाज़ है सुनी हुई 

एक झंकार ली हुई ,

आँखें भी है ठहरी हुई ,

कुछ मुझसे कहती हुई । 


सोचता हूँ  पूछ लू !

क्यों  इतनी ख़ामोशी है ,

है किसी का इंतज़ार !

या फिर यही ज़िन्दगी है ।।

Tuesday, December 21, 2021

वृन्दावन धाम | कृष्णा भक्ति |DEVOTIONAL POETRY ON SHRI KRISHNA | FAITH IN GOD | RAINBOW COLOURS OF GOD


krishna Bhakti










तेरी राह पे जबसे है चल पड़े  !

बस कदम मेरे तेरी और बढ़े । 


कोई पूछे अगर के जाना कहाँ ?

 कह दू वृन्दावन मैं धाम तेरा  । 


है कैसी कशिश तुझमे ये तो बता ?

ध्यान रहे तुझपे क्यू मेरा सदा !


देखती तुझको मैं  रह जाऊ !

सौंप तुझको सब निश्चिन्त हो जाऊ 


लीन हो जाऊ तेरी भक्ति में मैं ,

और इंद्रधनुषी रंगो में तेरे रंग जाऊ  


मन चाहे तेरी शरण में रह जाऊ !

बनु रज तेरे चरणों की और तर जाऊ ।  


Kindly Listen Short Bhajan On Shri Krishna


Saturday, December 18, 2021

किनारे | KINARE | Hindi Poetry on Distance Relationship | Love Relations

Kinare 







फासले किनारों के बस यूँ ही बढ़ गए

एक दूसरे से मिलने की चाह में 

कितने आगे निकल गए । 

गहराई भी तो नापी न गयी नदी की कभी

कोशिशे  की भी तो बस रेत हाथ लगी । 


एक सोच का फर्क जो बदल न सका 

कमी तो पुल की थी जो कोई बन न सका  । 

खाइशें किनारों की आखिर  बदल गयी

किस्मत के आगे उनकी न चली । 


अबतो नदी के किनारे भी बदल गए  

जो पहले किनारे रहते थे , 

वो अब किनारे कर गए । । 


#Short video on Kinaare...









Tuesday, December 14, 2021

नशा परहेज | AVOID INTOXICATION | POETRY ON TEACHINGS & REGRET OF AN ADDICT PERSON TAKING ALCOHOL | POETRY ON BAD HABBITS LIKE ALCOHAL AND OTHER DRUGS

NASHA PARHEJ






भटक गया मैं अपनी राह से

ख़ुशी और गम मे !

आ गया बातों मे दोस्तो 

पिछड़ गया अपने लक्ष्य से । 


खो गया सिगग्रेट के धुएँ

और ताश के पत्तो मे  !

डुबो दिया खुद को मैंने 

शराब की लत मे । 


रहना था नशे से दूर 

इसके ही करीब हो गया !

चौपट कर भविष्य अपना

एक नसेड़ी बन  गया । 


धूम्रपान की आदत ऐसी लगी मुझे 

फिर न किसी की बात सही लगी मुझे  !

घर परिवार से दूर लड़खड़ाता मैं रहा 

अनजान सड़कों पे न जाने कब सो गया। 


कहाँ  गिरा पता नहीं 

जो चोट लगी उसका अंदाज़ा नहीं  !

हर दिन एक नया झूठ बोल के 

में  अपनी नज़र से ही गिर  गया । 


गलती अपनी न सुधार सकूँ

ना किसी का आदर्श बन सकूँ  !

नशे से हो गया साथ मेरा !

जो उतरने से पहले ही चढ़ गया 


घर ग्रहस्ती सब ख़तम हुई 

इज़त मेरी बेइज़्ज़ज़त हुई !

पत्नी बच्चे है सब दुखी 

अपनी ज़िन्दगी मैंने खुद बर्बाद की  


हूँ आगे बहुत निकल चुका !

नशे में  डूबा हुआ 

सही गलत में फरक नहीं 

अब रहा मैं सामाजिक नहीं  


है सबके लिए सन्देश मेरा 

जो हाल हुआ मेरा वो अपना न करना 


आगे है हम सबको बढ़ना  

नशे  की आदत से परहेज़ करना   । 

है अपने जीवन को सुखमय बनाना  

शराब और सिगरेट से दूर हरहना ।  


बनो एक जिम्मेदार तुम

निभाओ बेटे का फ़र्ज़ तुम  । 

किस्मत से मिला है ये जन्म 

बनो किसी  का सहारा तुम  । 


कुल का दीपक वही है जो 

नाम करे अपने कुल का  !

श्रवण कुमार न बन सको तो क्या 

अहम्  है काबिल इंसान बनना   । 


हो फ़क्र बेटे पर जिस माँ को 

ऐसी तुम संतान बनो   । 

किसी के राहों का दीपक बन 

जीवन अपना सफल करो ।  । 



Monday, December 13, 2021

कमज़ोर डोर | # HINDI POETRY ON MISUNDERSTANDINGS


कमज़ोर डोर 










कमज़ोर डोर -   Divorce Or Sepration 









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कहनी थी तुमसे बात जो, वो अधूरी रह गयी 

खाई थी जो कसम वो कसम भी रह गयी 

सवाल ऐसे थे के कुछ  कह न सके हम 

जो कटी रात आंखों में वो रात रह गयी


गलतफैमियूं का इलाज  कर न सके हम   

जो सच थी  बात  वो अनकही ही रह गयी

क्या खबर थी के धोखा होगा हमें  

आइना भी चेहरा अलग दिखायेगा हमें


पछतावा है अपने अभिमान पे हमें 

मान रहे थे जिसे अपना वही सजा देगा हमें 

ऐसी भी क्या मजबूरी कभी बात न हुई 

दूरी इतनी भी न थी के तय न हुई 


रिश्ता तो क्या निभता यार अपना !

डोर तो पहले ही कमज़ोर थी गांठ और पड़ गयी।  

Saturday, December 11, 2021

आदत | HABBIT OF LOVE | ROMANTIC POETRY | POETRY FOR VALENTINE | FRIENDSHIP DAY

Pls Listen Habbit - of love to experience  more realistic poetry  by single click on below Image .



आंखों को तुझे देखने की आदत सी हो गयी !

हर दिन तेरे साथ गुज़रे ये फरियाद हो गयी । 

अब जी न सकेंगे यार तेरे बैगर

तू मेरे जीने की वजह जो हो गयी  ।    

    

ये कैसा प्यार हुआ मुझको मेरे यार ?

के  खुद को भूलने की  बात आम हो गयी । 

तेरी ही फ़िक्र में बीते मेरे तो दिन और रात !

ज़िक्र तेरा ही हो चाहे  रहूं किसी के साथ । 


तेरे होने से जो चेहरे पे मुस्कान है मेरे  !

तेरी कही  हर बात मेरे लिए ख़ास हो गयी। 

बिगड़ गयी आदते  मेरी साथ रह के तेरे !

आदतों को मेरी तेरी आदत जो पड़ गयी । ।


हो जैसे फूलो संग खुशबू और सावन संग बरसात ,

वैसे ही मैं भी तेरे संग रह  गयी  । ।  


Aadat - Of Love

Friday, December 10, 2021

वजह | WAJAH | Reason Of Living | Short Love poetry

WAJAH

     आंखों को तुझे देखने की          

     आदत सी हो गयी

     हर दिन तेरे साथ गुज़रे ये

     फरियाद हो गयी    ,

     अब जी न सकेंगे यार 

     हम  तेरे बैगर

    तू मेरे जीने की

    वजह जो हो गयी  ।                                              

                                                      




 

Wednesday, December 08, 2021

बता दे मुझे | BATA DE MUJHE | HINDI KAVITA | LIVING TOGETHER | LOVE & HAPPINESS

Pls Listen BATA DE MUJHE to experience  more realistic poetry  by single click on below Image .


एक बार फिर बता दे मुझे ,

है कितना प्यार मुझसे जता दे मुझे । 

माना के ज़रूरत नहीं दिखावे की तुझे  !

फिर भी दिल बहलाने के लिए बता दे मुझे ।  


जानती हूँ ! दुआओं में  तेरी में ही तो हूँ  !

क्यू न फिर एक बार खुदा से मांग ले मुझे । 

है तनहा  तू भी इस जहान में  ! 

आ साथ दे मेरा और अपने गम देदे मुझे ।  


ये इश्क़ ही तो ज़िन्दगी है जो जी रहे है हम  !

भूल जा इसमें खुद को और गले लगा ले मुझे ।। 

इन दूरियूं  को अपनी नज़्दीकियूं में बदल दे  !

और बाकी की ज़िन्दगी आ मिल के जी ले ।।।। 

 

Bataa De Mujhe 


Tuesday, December 07, 2021

विश्वास | VISHWAS | Short Poetry On Love & Trust | Ehsaas | दोस्त | FRIENDSHIP


एहसास      **********

कोई कैसे बताये के कितना प्यार है !

हर वक़्त जो साथ रहे ऐसा एहसास  है !

यूं नहीं थामा है हाथ तेरा दोस्त !

खुद से ज़्यादा मुझे तुझपे विश्वास है । 

Vishwas 


कल | KAL | Short Poetry On Past | Missing | Memories | Truth Of Life



       Short Poetry On Past


क्या खबर थी की ऐसा वक़्त होगा

जो सोचा न कभी वो हक़ीक़त होगा ,

जो रहता था आंखों के सामने हमेशा

वो आज एक बीता हुआ कल होगा !!

Sunday, December 05, 2021

कॉंच का टुकड़ा # KAANCH KA TUKDA # Memories Of Past

            कॉंच का टुकड़ा








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ये दर्पण मुझसे अब खेलने लगा 

बीते समय में मुझे  ले जाने लगा 

हटती नहीं है नज़र इससे अब 

मुझे मेरे अतीत से मिलाने लगा । 


कभी माँ की ममता से मिला दिया 

और पलकों को मेरी भिगो दिया। 

कभी बचपन मुझे फिरसे दिखा दिया 

जिसको भूले मुझे एक ज़माना हुआ । 


कभी पुराने दोस्तो से मिला दिया 

बिंदास ज़िन्दगी को दिखा दिया। 

कोई हसीं खवाब जैसे में देखने लगी 

फिर न आईना से मेरी नज़रे  हटी। 


मुस्कुराती हुई एक छवि भी दिखी 

साथ रहने के जिसके संग कस्मे हुई

कैसे बीते थे दिन कैसे बीती थी रात 

दर्पण भी खुश था देख के ऐसा प्यार। 


एक सजी हुई दुल्हन भी मुझको दिखी  

भूल बाबुल का घर जो पी घर चली। 

जो  बंधी थी बस प्यार के बंधन से ही 

जानती थी बस प्रेम की भाषा को ही। 


थे अरमान जिसके बस मिलके चले 

बीती ज़िन्दगी को भूल बस खुश रहे। 


क्या पता था अंजाम क्या होगा ?

शीशा जिसके साथ खेल रहा था 

वो एक कॉंच का टुकड़ा होगा।



Thursday, December 02, 2021

दोस्ती | Friendship | Love | Hindi Poetry on Friends | Poetry on Happy Friendship day



Pls Listen DOSTI  to experience  more realistic poetry  by single click on above  Image .


हर शाम साथ गुज़ारी है 

ज़िन्दगी थोड़ी नहीं पूरी तूने बिगाड़ी  है 

और कितनी तारीफ करे दोस्त तेरी हम 

एकसाथ रहने के लिए मार भी हमने खाई है 


हर दिन एक नया झूठ बोला है 

दोस्ती को कभी न तोला है  

तेरे साथ रहने के लिए दोस्त मेरे

हॉलिडे को भी वर्किंग बोला  है 


इतनी शिद्दत से तो पढाई न की कभी 

जितनी शिद्दत से निभी दोस्ती अपनी  

माना शिकायत रही सबको हमसे बहुत  

फिर भी  बरक़रार रही  दोस्ती अपनी 


साथ रहे हम हमेशा 

दुआँ है यही 

बस दोस्ती को अपनी 

कभी नज़र लगे नहीं । 


 


Wednesday, December 01, 2021

Poetry On Love | Poetry on Friendship # दिल के पास

दिल के पास


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तू दिल के इतने पास है

के तेरी चाहत का एहसास है

तू बेशक मुझपे  विश्वास न कर

पर मुझको सिर्फ तुझसे प्यार है।


Monday, November 29, 2021

Love Poetry | Shayari Status in Hindi |








ये कैसी मोहब्ब्बत है ?

अब , इससे हमें शिकायत है। 

क्यू इसका दुःख हमें दुखी करे ?

ये कैसी इसकी चाहत है ?

Saturday, November 27, 2021

Only Love | Sad Poetry

 चेहरा तेरा आंखों में बसे                                           

 ख्याल तेरा मेरे दिल में रहे। 

 ये कैसी मोहब्बत है तेरी ?

 जितना भूलू इसे  !

उतनी तेरी याद आए ।।  





  











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