Saturday, August 07, 2021

आँखें - हिंदी कविता *(ANKHEN -HINDI POEM )

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आँखें 

कुछ कहती हैं ये आँखें, 
क्या - इनमे कोई रहता है ?

रात भर सोई नहीं ये ,
किसका दिया- इसने पहरा है ?
कौन है - इनमे बसा हुआ ?
चेहरे का - रंग  क्यों लाल हुआ ? 

आँखें तो - दिल का दर्पण है ,
बता दे - तेरे दिल में क्या है ?

 

Thursday, August 05, 2021

# वही शाम # Sad Poetry On Memories

 वही शाम - Memories

 


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चली है फिर तेरे यादो की आँधी 
और साथ ले आयी वही शाम पुरानी


फिर कैद कर लिया तेरे साये ने मुझको 
और तेज़ हो गयी ये धड़कने हमारी


रह गए सब अरमान सीने में दबकर 
साथ रह गयी है बस कहानियां हमारी


फिर पुकारा है किसी ने नाम से तुम्हारे मुझको 
है अब  तुम्हारे  नाम से ही पहचान हमारी।
   


                                                                                


 


Wednesday, August 04, 2021

जवाब - हिंदी कविता #Life Quotes

जवाब - Life Quote


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कब तक अनदेखा करू..

 मैं चेहरे को तेरे ?

कब तक ना दू जवाब.. 

मैं सवालों को तेरे ?

खेले है किस तरह से,  

मेरे साथ ज़िन्दगी !

के -लाके खड़ा किया है !  

फिर उसी मोड़ पे मुझे।। 


Tuesday, August 03, 2021

शहर तेरा - हिंदी कविता

 शहर तेरा

  




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छोड़ आये हम शहर तेरा

देखी सारी झूठी खुशियां

रंग ही फूलों से अलग हुए 

है, बस चेहरे पे चेहरा



झूठी ही तस्सली देनी है

बस अपनी -अपनी कहनी है 

सच क्या है ये पता नहीं 

अपने सिवा  कोई दिखा नहीं 


अब क्या कहे  तुझसे नादान !

के तू आज भी है "अनजान"।  



Monday, August 02, 2021

गुलज़ार *हिंदी कविता - GULZAR HINDI POEM

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ये चाँद, सितारे और ये रात
याद दिलाते तेरी ..हर बात। 
ये गुलाब, मोगरा और चन्दन !
महके अब भी ..मेरे अंदर। 

ये गजरा ,बिंदी, चूड़ी, पायल 
सजते अब भी.. मुझे पे साजन। 
ये प्यार , गिला तुझसे तकरार !
सब याद दिलाता ..तेरा इंतज़ार। 


फिर सुनी  !तेरे दिल की बात 
होके एक दूजे के साथ। 
भूली मैं खुद को फिर एक बार,

आके तेरी बाहोँ  में,  मैं होके गुलज़ार।।


Saturday, July 31, 2021

क्या करे # Four Lines On What To Do

क्या करे !
















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क्यों इतना समझ लिया 

के कुछ कहना ही न पड़े  

अब दिले हाल तो ठीक है  !

अपनी शिकायतों का क्या करे ?

             

Thursday, July 29, 2021

ऐतबार मुझे हो रहा

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ऐतबार मुझे हो रहा 













एक अजीब सी बात है 

के  चाँद भी तेरे साथ है 
 
है तारे भी  कुछ कह रहे 
और मेरा मन भटका रहे  

है प्यार मुझको हो रहा 
दिल बार बार कह  रहा

अब  गिला कोई  रहा 
है ऐतबार मुझको  हो रहा

न झूठ है कहना मेरा
के  तुझे सुनने को मन मेरा  कर रहा । 


           
    

ज़िन्दगी (हिंदी कविता) ZINDAGI (HINDI POEM )

ज़िन्दगी 



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ज़िन्दगी 💜

खामियुओं को तेरी नज़र अंदाज़ करू
जवाबों पे तेरे ऐतबार करू

फैसले भी तेरे क़ुबूल किये

 अब तू ही बता ऐ ज़िन्दगी !   


और किस तरह से तुझे प्यार करू ?

Wednesday, July 28, 2021

मगन धुन (हिंदी कविता) MAGAN DHUN | poetry On love | करवाचौथ |Romantic Poetry | love quotes | Feelings & Desires of Love

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*** मगन धुन  ***

चल तेरे साथ चलें। 
थोड़ा करके श्रृंगार चले ,
फिर अपना आँचल लहरा के चले। 
माथे पे बिंदिया सजाके चले ,
चल तेरे साथ चले।। 


फिर सबकुछ हम भूला के चले ,
सारे ज़ख्मो को अपने छुपा के चले। 
मुँह में पान दबा के चले ,
फिर तुझको थोड़ा रिझा के चले। 
चल तेरे साथ चले।। 


अपनी पूरी मस्ती में चले ,
आंखों में तुझको छुपा के चले। 
फिर दिल अपना हम लुटा के चले ,
तुझ को तुझसे ही चुरा के चले।
चल तेरे साथ चले।। 

तोड़ते  सारे   दायरों  को  चले ,
अपना  हम तुझको  बना  के  चले । 
आसमा  को  कदमो  में  लाके  चले ,
चल तेरे साथ चले ।। 


करलू पूरी अपनी मनमानी ,
छोड़ू पीछे दुनियादारी ।
फिर अपनी मगन धुन में चले ,
चल तेरे साथ चले ।।


             















Tuesday, July 27, 2021

कुछ याद है

कुछ याद है 



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खुद से मिले बहुत दिन हुए
है हाल क्या ना याद है 
सूरत भी नहीं देखी अपनी 
अब तो आइना भी नाराज़ है 

तुझसे ही फुर्सत नहीं 
तेरी कमी भी कुछ कम नहीं
हरपल है तुझको ढूंढ़ती 
ये आँखें मेरी थक गयी  

कैसे बीते दिन रात है
कुछ ना मुझको याद है
बिन तेरे मेरा होना
लगता एक अधूरी बात है 

तेरी कमी का एहसास है 
ये दिल  आज भी उदास है 
तू चैन मेरा ले गया 
क्या तुझको कुछ भी याद है । 




Saturday, July 24, 2021

KARVAAN LEKE HAM CHALE | कारवां लेके हम चले |हिंदी कविता | MOTIVATIONAL POEM |POSITIVE CHANGE IN SELF | BE VOLUNTEER

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नमस्कार दोस्तो, प्रस्तुत है आज की कविता * कारवां लेके हम चले   * इस कविता में मैंने समाज में रह रहे इंसान की सोच को, उसके अहंकार को और उसके अन्य पहलु को बताया है, लेकिन इस कविता का मूल आधार है, "स्वय में बदलाव करना" और इस बदलाव की शुरुवात हमें किसी से उम्मीद करके नहीं बल्कि खुद से शुरू करनी होगी।  *कविता पढ़िए और अच्छी लगे तो अपने दोस्तो और रिश्तेदारो के साथ साझा कीजिये। 


कारवां  लेके हम चले 


चले सबसे आगे हम चले , 

लेकिन अकेले नहीं सबको लेके हम चले। 


क्यों इंतज़ार करे किसी के सर झुकाने का हम, 

शान तो तब है, जब सजदे में सर को झुका के हम चले। 


हैरत है  कोई पूछता नहीं हाल भी कभी, 

क्या गलत है ! अगर सबको गले लगाके हम चले। 


ना आएगा  मदद करने कोई भी इधर !

क्यों न हम ही, सबके ज़ख्मो पे मरहम लगाते हुए चले। 


है अकेला हर कोई दुनिया की भीड़ में ,

एकता तो तब है , जब धागे में मोतियों को पिरोते  हुए चले।


बेबस है कितना हर एक शख्स जहाँ में ,

भला तो तब है जब सबका हौसला बढ़ाते  हम चले। 


क्यू किसी के.. बदलने का इंतज़ार करे हम ?

पहल तो तब है जब.. बदलाव लेके हम चले। 


क्यों ?  दुआओं में किसीके उम्मीद हम करे ?

आशीष!  तो तब मिले , जब सबको दुआओं में लेके हम चले। 


अकेले चलने में कुछ न  मज़ा है दोस्तो !

"उठो और आगे बढ़ो" ये कारवाँ ले के हम चले।। 




Thursday, July 22, 2021

बेटा - HINDI POEM ON SON # SWEET COMPLAINTS & LOVE FROM MOM TO HIS SON

 बेटा 



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बेटा, 

मान गए तेरा अंदाज़                           

हर बात पे है तुझको ऐतराज़

 

किसी की बात को तू ना माने 

बस अपना गुड़गान कराये            

समझाते तुझको बरसो बीते 

पर तेरी आदत कभी ना सुधरे  


हर दिन एक नया बहाना है

बस किताबों से जी चुराना है

सारा दिन खेल और मस्ती है

वो भी तुझको कम लगती है

 

दिन बीते पूरा दोस्तों के संग 

घर में लगता कभी न मन

जवाबो में भी  सवाल है तेरे

क्यों , कब , कैसे , क्या है 

ये तो तकिए कलाम है तेरे

 

सब कहते है तू बड़ा हुआ

जैसे ख़जूर का पेड़ हुआ 

अब तो हो जा तू जिम्मेदार

हर माँ की बेटे से यही पुकार 


लेकिन सच बोलू मैं एक बात

तेरी बादमाशियूं पे आता है मुझको प्यार  







































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Pls enjoy the short clip on Mother & Son Conversation


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Wednesday, July 21, 2021

दिल की बात









 दिल की बात

 

क्या खूब कहा है तूने आज *

दिल की बात बता दी आज *

कुछ न कह के भी सब कह दिया , 

फिर बुझती आग जला दी आज ।। 

    by Vinita 

Tuesday, July 20, 2021

धोखा




झूठी.. एक उम्र गुज़ार दी , 

जो ना थी खबर.. वो  छाप दी। 


कहने को तो.. हम सब कुछ थे ,

पर फिर भी.. तेरी रजा जान ली।। 


एक आस में हम - रह गए ,
तेरा दर्द शायद - सह गए


आंखें खुली तो, ज्ञात आया । 

बस धोखा,  ही हाथ आया ।। 

                                        

Monday, July 19, 2021

सावन HINDI KAVITA * SAWAAN HINDI POEM




तेरे संग इस सावन में
आ , भीगे जमके बारिश में
भूलके सारी.. दुनियादारी
आ जी ले इस मौसम में। 

मयूर हुआ ये मन मेरा
रूप और ये निखर गया
रिम झिम फुआरों में प्रीतम
दिल अपना ये तुमको दिया ।

मेघ भी देखो.. बरस रहे 
चेहरों पे छिटकी मुस्कान
हो गया  सब जल मगन 
अब तो आजा, तू भी साजन  ।

                                    






Saturday, July 17, 2021

एक बार तुम आ जाओ - EK BAAR TUM AA JAO * HINDI POEM

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एक बार तुम आ जाओ  💝💝
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शरीर है थका हुआ, ना हिम्मत है कुछ कहने की

सोचा अब कुछ भी लिख दू, ना रात बची है सोने की।


क्या लिखू, नहीं समझ आता,याद नहीं कुछ रहता है

लगता है मुझको जैसे ये जीवन एक सपना है । 

कोई तो मुझको यकीं दिला दो,  फिर मेरा दिल टूटा है

ऐसा शोर मचा अंतर जब सारा आलम सोता है। 

किससे कहनी है सब बातें ? तुम मुझको बतला दो यार

कौन है मुझसे बिछड़ गया, फिर उसका पता बता दो यार। 

फिर कहलू कुछ अपने दिल की, फिर मैं गले लगा लू यार,

एक बार तुम मिल जाओ फिर सारी व्यथा सुना दू आज । 

कुछ दिल का बोझ उतर जाये, ये आँखें भी ठंडा जाये,

बस एक बार तुम आ जाओ, फिर हम एक हो जाये।  ।। 

Friday, July 16, 2021

शरण



 

            





शरण

है यकीं तुझपे बहुत *
तू मेरा विश्वास है !

तेरे सजदे में सर झुकता ,
तू मेरा अभिमान है !

क्या होगा आगे, सब तुझको पता !
मेरा तो बस किरदार है !

तेरी शरण में आके भगवन *
अब  जीना आसान है ||
                      

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Thursday, July 15, 2021

**बेनाम रिश्ता** # Benaam Rishta





बेनाम रिश्ता













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क्या नाम दू तेरे रिश्ते को मैं
जो पूरा तो है पर अधूरा ही रहे 

तय करना है सफर मुझे तेरे संग ही
पर राह तेरी मेरी राह से अलग ही रहे |

है सब कुछ तेरे मेरे दरमिययाँ फिर भी
ये रिश्ता अपना बेनाम ही रहे !

**ना होगी मुलाकात** HINDI POEM * NAA HOGI MULAKAAT




है इतनी सी बात, फिर ना होगी मुलाकात

तेरे रास्ते नहीं मेरे रास्तों के साथ |

 

हैं तेरी अपनी ज़रूरते  बड़ी,

हूं शायद नहीं में उनमे कहीं |

 

एक दोस्ती भी तो निभ न सकी,

और क्या उम्मीद थी मेरी इससे बड़ी ||

                                  by Vinita

सुकून HINDI POEM ON SUKOON "SATISFACTION"

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   सुकून


                                                                  


 

       


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इंतज़ार है ! इस कदर के बीती पूरी रात है


क्या तुम मेरे साथ हो ! या तुम्हारे  ख्यालात है 


ज़ादा फरक नहीं है मगर कुछ ऐसी ही बात है


चाँद की ठंडक से ज़ादा लगता तेरा एहसास है l


इस दिल ने गुस्ताखी की है जो तेरा भ्रम कर बैठा


बस अब मानना मुश्किल है तेरा मेरे संग न रहना 


जानता हूँ ! सब झूठ है पर फिर भी मैं इतराता हूँ

तू ना होक भी साथ रहे इस पहेली को सुलझाता हूँ 


है तुझसे मेरा इश्क़ बड़ा  ना दूर तुझसे रह पाता हूँ


तू ना सही कोई बात नहीं  तेरी यादों में सुकून में पाता हूँ 

 

          

Wednesday, July 14, 2021

# क्या लिखू # Hindi Poetry On What To Write

क्या लिखू







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नीँद  नहीं आ रही कोई बताये मैं क्या लिखू ?
कुछ ठीक नहीं है कोई बात नहीं है 
कुछ नया नहीं है क्या लिखू 

मन करता हैं लिख दू सबकुछ 
जो मेरी आप बीती है
पर कुछ मज़ा नहीं है  कुछ नया नहीं है 
मैं वही पुराना क्या लिखू  

है मिला एक नया दर्द मुझे,
जिसने है सोता जगा दिया मुझे 
अब डर लिखू बेचैनी लिखू 
ये मर्ज़ पुराना क्या लिखू 

एक तेरी ही चर्चा  होती है 
जब कोई मुझे मिल जाता है 
क्या कहु और क्या नहीं कहु 
यही  ज़िक्र  पुराना क्या लिखू  

       


          

Dosti | Friendship | Beautiful Quote On Friendship & Relation

Friendship


चल फिर अपनी आदत छोड़े

न तू रूठे न मैं झगड़ू

पुरानी बातें सब भूल कर 

आ मिलकर अपना रिश्ता जोड़े ।

                                     

                                    

दिल्लगी * हिंदी कविता - DILLAGI POEM

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सारा कसूर एक नज़र का है,
मेरा दिल तेरी ही डगर का है। 
❤❤

आदत है तुझको देखने की मुझे,
माज़रा ये सारा दिल्लगी का है। 
💙💙

दोष ये मेरा अकेले का नहीं, 
हाल ये हर एक रांझे का है।। 

💜💜     ******************

Tuesday, July 13, 2021

खाइश* Desires #Wish


Desire








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है, खाइश तुुझसे पूछने की

है कोई साइत फिर मिलने की  ?

क्या तेरा नहीं कभी मन करता 

मेरे संग नभ में उड़ने की !

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माँ #Missing Mother #mother Quote

 माँ

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माँ,

क़र्ज़ मेरा था चुका दिया तूने

छोड़ के हाथ अनाथ बना दिया तूने 

तेरे साये में तो बहुत अमीर थे हम

मरके फिर फ़क़ीर बना दिया तूने।




                           



 


Monday, July 12, 2021

खुद से जुदा

 


 खुद से जुदा


कितना आसान है ! यह कहना,
के भूल गए है तुझे। 

लेकिन तू हर वक़्त * मेरे आस पास रहता है l
है ! तुझसे कोई शिकवा नहीं * फिर भी, 

क्यों तेरा गम * मुझे खुद से जुदा करता है ll


दोस्त | Friend | Friendship | Dosti | Friendship Day | friends Love


ये नज़रें जो मुझसे चुराई है
क्या चोट जिगर पे खाई है,

फिर क्या तेरा दिल टूटा है
यार इतना क्यों रूठा है l 

कुछ हाल तो अपना बयान कर
अपनी मित्रता का मान कर,

 कहके मुझसे तुझे अच्छा लगेगा 
अपनी संगत पे अभिमान कर l

यार इतना क्यों परेशान है
हर बात का समाधान है ll

Saturday, July 10, 2021

तेरे सदके *TERE SADKE - HINDI POEM on Love, Missing & Memories

तेरे सदके







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💕💕  फिर हुई तेरी यादो की बरसात *

फिर भीगे हम तेरे खयालो के साथ *

फिर धुल गए सभी पेड़ो के पत्ते *

 फिर खो गए हम तेरे होके, *

मेरी जान तेरे सदके ll     💕💕    

   

         




Friday, July 09, 2021

पहली मुलाकात - Hindi Kavita * Pehli Mulakaat | First Love

पहली  मुलाकात   💕💕








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याद है मुझको पहली मुलाकात

वो महक वो जूनून और उसपे बरसात,

 
वो हाथों में हाथ और तेरे ज़ज़्बात

वो वादे वो एहसास और तेरा विश्वास ll

 
वो चेहरे का नूर और अपना फितूर 

एक आलिंगन और दिल की धड़कन,

 
तेरे दिल के इतने पास 💕💕

याद है मुझको पहली मुलाकात ........


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