Friday, October 08, 2021

कुसुम * #Birth Of A Child #Poetry On Baby Shower


Birth - God's Grace







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ये सफर खूबसूरत  लगता है। 

शाख से  कोई फूल गिरा लगता है ,

आती  है   जिसकी खुशबू  मुझे  

वो मुझे अपना ही अंश लगता  है 


सौम्य , मासूम , नटखट और खूबसूरत  

जो  मुझे  माँ कहके बुलाता है 

एक ही   विधाता की  संतान है हम 

वो मुझे  उनका ही स्वरुप लगता है 


चाहू उसे  हरदम  खिलता हुआ देखू 

वो मुझे  अपने आप  में  एक चमन लगता है ।

क्या किस्मत होगी  उस माली की 

जिसकी  बगिया में  

उस जैसा  कुसुम  खिलता है  !



Wednesday, October 06, 2021

# In Love With Nature # Attraction Of Beauty # Hindi Poetry On Love

Love With Nature


उफ़ ये मौसम 

सुहानी सी फ़िज़ा 

उसपे ये अदा 

कैसे न हो फ़िदा 

फिर भी इलज़ाम 

 कैसे नादान 

कातिल है कौन 

अब कहे * कौन 

 हार गए  

हम खुद ही दिल को 

अब  तुझको इलज़ाम दे कौन ?


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Monday, October 04, 2021

अल्हड़पन * ALAHDPAN - HINDI POEM | FREESOUL | SELFLOVE | BE YOU | LOVE YOURSELF

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BE YOU









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खुले आस्मां के तले 
धुन में अपनी मस्त रहे

आवारा बादल जैसे 
जिधर चाहा  उधर चल दिए 

एक नौका पतवार बिना 
आप अपनी मंज़िल तय करे

मज़ा रहा इस जीने में 
जब नदिया  खुद अपना मार्ग चुने

है  यही  ज़िन्दगी !
फूलों और काँटों से भरी

है खुद से मेरा अपना मिलन 
मैं और मेरा अल्हड़पन  

जिया है जिसे मैंने 
मान के वरदान सजन ।

Friday, October 01, 2021

नज़रअंदाज़ - Short Poetry On Ignorance Or Avoidance In Love

 नज़रअंदाज़ 








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एक अरसा हुआ मिले 

तेरी मेरी बात हुए 

और कितना इंतज़ार करे 

सोचते है तेरी तरह 

हम भी तुझे नज़रअंदाज़ करे !



                

 

      

Tuesday, September 28, 2021

फ़ासला - Sad Quote On love




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ये फ़ासला कम न हुआ 
तुझसे मिलना न हुआ
क्या किस्मत रही अपनी 
जिसे चाहा वही 
अपना न हुआ ! 

  

    By Vinita




Saturday, September 25, 2021

रेशम की डोर * - RESHAM KII DOR

रेशम की डोर

 





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है मुश्किल तेरा मेरे साथ होना 

जैसे हो  धूप में बारिश का होना

लगता कठिन  तेरे पथ पे चलना 

जैसे  पथरीले रास्ते पे नंगे पाओं चलना 


फिर भी  खिंचता है दिल तेरी ओर 

नहीं टूटती मुझसे  रेशम की डोर 

चाहती हूँ  तुझसे लगा लू दिल 

भूल के सब अपनी मुश्किल


है  उमीदे तुझसे बड़ी 

क्या मैं  तुझपे करलू यक़ीन ?

मान लू तुझे अपना हो जाऊ तेरी 

और तोड़ दू सारे बंधन मैं अपने सभी !

Thursday, September 23, 2021

अल्फ़ाज़ - Language of LOVE

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अल्फ़ाज़






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 ऐसे ही बस कुछ नहीं  

क्या है  कोई बात नहीं  

शायद सही  पता नहीं 

और बताओ कुछ नहीं 

इन्ही शब्दों से है 

पहचान हमारी होते इन्ही से 

दिन शुरू और रातें ख़तम हमारी

क्या बोलू  और क्या सोचूँ  

बस यार  ! 

तुम सही  सारी गलती हमारी 

अब खुश  

यही  है  अल्फ़ाज़ हमारे 

तुम से शुरू और 

और  तुमपे ही ख़तम सारे !

 

Tuesday, September 21, 2021

ताज | Missing | Memories Of Love | sad Poetry





 है यकीन नहीं  के तूने भूला दिया 

 जिसे चाहा उसी ने  दग़ा दिया

 थे जिनकी यादो के सहारे  ज़िंदा 

 उन्ही यादो ने हमें मार दिया !


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Monday, September 20, 2021

मृगतृष्णा * कविता - MRIGTRISHNA * HINDI POEM | Reality In LOVE and LIFE | Mirage

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मृगतृष्णा




कभी यूँही ख्याल आया तेरा 
सामने कोई न था 
पर चेहरा नज़र आया तेरा


क्या बात है  क्या यही प्यार है ?
तू नहीं फिर क्यों  ? 
तेरी मौजूदगी का एहसास है। 


जानते है  एक आवाज़ है 
जो मेरे लिए खास है 
और कुछ नहीं  बस एक पुराना साज़ है 


कहते है  मोहब्बत अधूरी है !
क्या सच है ?
जो न मिले शायद उन्ही की पूरी है


क्यों  हैरान है ?  ज़िन्दगी एक प्यास है 
यहाँ कुछ मृगतृष्णा नहीं 
एक खूबसूरत रेगिस्तान है !












 

Saturday, September 18, 2021

तलाश - Short Hindi Poetry

तलाश




ये क्या माज़रा है ,तू  है नहीं कहीं 

पर तेरी तलाश हर जगह है !

Friday, September 17, 2021

तेरे संग (हिंदी कविता ) * TERE SANG

 तेरे संग

   



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  ** तेरे संग **

विश्वास नहीं दिला सकते 

जो सच है उसे झुठला नहीं सकते

निकाल कर  देदे अगर जान अपनी 

तो भी तेरे प्यार की कीमत चुका नहीं सकते 


अपनी  दूरियों का हिसाब लगा नहीं सकते 

क्या - क्या नाम मिले  तेरा होके  बता नहीं सकते  

तुमसे  ही तुम्हारे जाने की शिकायत करनी है 

पर तुमको अब वापिस बुला नहीं सकते 


कह सकते  तो बस इतना कहते 

इन  फ़ासलो  को कम करते 

तुम साथ देते अगर 

तो आज हम संग होते है

 

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Wednesday, September 15, 2021

रास्ते का पत्थर- RAASTE KA PATTHAR

 रास्ते का पत्थर


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** रास्ते का पत्थर  **


है पसंद तेरे रास्ते का पत्थर 

जो दिखता है मुझे तेरे घर की सड़क पर

हटाता हूँ रोज़ सुबह उसको जाकर 

पर पुनः पाता हूँ उसको उसी जगह पर 


जानता हूँ पत्थर के पैर नहीं होते 

जाने कैसे वो दूरी तय करते 

है उसको भी तेरी आदत पड़ी 

रहना है उसे तेरी ही गली 


है अचरज मुझे ये जान के बड़ा 

के पत्थर ने भी क्या प्यार कर लिया 

अब ना देखा जा रहा के ठोकरें उसको लगे

अपना लो उसे जो राह में तेरी खड़े


है शिकायत मुझे तुमसे बहुत 

के चाहने वाले दुनिया में कम बहुत 

है बड़ी किस्मत जो कोई तुझसे प्रेम करे 

यूँ ही नहीं श्री कृष्ण सुदामा से जा मिले 


चाहता हूँ  उठा लो तुम रास्ते का पत्थर 

मान लो उसे अपना रखदो आँगन में जाकर 

क्या ज़रूरी है इन्सान से ही प्रेम करना 

प्रेम तो है पत्थर में भी भगवान देखना।  

          

Monday, September 13, 2021

शायरी * कैसे - SHAYARI * KAISE | Sad Poetry





    
          **  कैसे **

नींद .. कैसे आती होगी !

तुझे चैन कैसे ..पड़ता होगा ?

हम तुझे याद करके, रोज़ मरते है...

तू भूल के कैसे.. जीता होगा !!


kaise




पतझड़ # Hindi Kavita On Autumn

पतझड़ 







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सुना है तुम्हे कहते हुए ..

गम में आंहे भरते हुए 

के, अकेले हम ही नहीं तन्हा !

और भी है..

जीवन के मेले में बिछड़े हुए 


सुना है तुम्हे कहते हुए ..

हर मौसम में ढाढंस बढ़ाते हुए 

के सीखो इन पत्तो से टिकना 

जो  पतझड़ में भी

है खुद से  उमीदे लगाए हुए


सुना है तुम्हे कहते हुए ..

हर दिन को नया दिन बताते हुए

के जीना है हरपल को ..

खुशियूँ को दिल से लगाए हुए।










Saturday, September 11, 2021

ऐ... दिल 💕 #Happy Living Quote # Happiness Quote


Happy Quote
















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ऐ दिल मेरे ... 

चल जी ले आज

कुछ अपने अरमान सजाले आज 

चार दिन की ज़िन्दगी है 

आ जी ले इसे सब भूला के आज  !


 




            



 

Friday, September 10, 2021

प्रेम * हिंदी कविता - PREM * HINDI KAVITA

Kindly Listen Short Bhajan On Shri Krishna 

** प्रेम ** 

कभी बात हो तो क्या बात हो !

मुलाकात हो तो क्या हाल हो !

जिसके नाम से आती है चेहरे पे मुस्कान !

वो सामने हो तो क्या बात हो !


कभी साथ हो  तो क्या साथ हो !

सारी हसरते पूरी एक साथ हो !

जिसको सोचा हो ख्यालो में ही !

वो सामने हो  तो क्या बात हो !


कभी मिलना हो  तो कैसा हो !

मीरा का कृष्ण से  मिलने जैसा हो !

तू मिले मुझे भगवन तो क्या बात हो !

मैं समझूंगी मेरा जीवन  सफल हो  !!


Prem

           


Thursday, September 09, 2021

इबादत - A True Love

इबादत 
    


 





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हर दिल की ये चाहत हो 

किसी से इश्क़ हो 

और पूरी उसकी इबादत हो 

होगा यकीन !

जब एक फूल और दूसरा सुगंध हो ।। 

हो प्यार में सब जायज़ 

और दिल से दिल की राह हो 

होगा विश्वास !

जब प्यार की हार में ही जीत हो।। 

दिया और बाती जैसा साथ हो 

एक चाँद और दूसरा आसमान हो

होगा प्रेम पूर्ण !

जब एक दिल 

और दूजा उसकी धड़कन हो ।।

        By Vinita


Wednesday, September 08, 2021

बेचैन - BECHHAIN #Sweet Complaints In Love for No Reply

  

बेचैन

     





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तेरा साथ  सुकून देता है मुझे

तेरा चुपके से देखना  लगता है आदत मुझे 

तेरा दीवानापन करता है दीवाना मुझे 

पर तेरा कुछ न कहना , 

करता है बेचैन मुझे !
 

                


Tuesday, September 07, 2021

रंगत -




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तेरे आने से जो रौनक है 

चेहरे पे आयी गुलाबी रंगत है

है नूर सब जगह छिटका हुआ 

और मन मेरा है मयूर हुआ 


दिल में है जो कहना है तुमसे 

आज फिर खुदको छुपाना है तुममे 

तेरी आँखों में देखी है तस्वीर अपनी

तुझको भी तो खुद को पाना है मुझमे 


ज़ादा कुछ नहीं चाहा है तुमसे 

बस जीना है मुझको तुम्हारा बनके




Monday, September 06, 2021

बेक़रार हिंदी कविता * BEKARAR - HINDI KAVITA

 

     
   
** बेक़रार **

हो गया है प्यार अब 

दलीले देना बेकार है ,

कोई सूरत नज़र आती नहीं 

आईना देखना बेकार है। 


है आंखों से नीद गयी

सपने देखना बेकार है ,

सब मुझको फरेब लगे 

अब होश में आना बेकार है । 


आदत है अब बिगड़ गयी 

शिकायत करना बेकार है ,

तेरे बिन मेरा जीना 

लगता मुझको दुश्वार है । । 

                    By Vinita 


Friday, September 03, 2021

Short Poetry on भ्रम * # Doubt # Acceptations

  भ्रम   
 
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सोचा था संभाल लोगे तुम 

इल्म न था के मुड़के भी न देखोगे तुम 

कमबख्त , आज भी दिल को समझाते है हम 

जीवन है बड़ा कभी तो लौट के आओगे तुम।



 

खूबसूरत सपना - हिंदी कविता #Hindi Poetry On Dreams

         

खूबसूरत सपना






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कुछ पत्ते सड़क पर बिखरे बिखरे पड़े है 

जिस तरह खूबसूरत रिश्तों के दर्द 

जुबान पे आते आते रुके है 


कभी सोचा न था  ज़िन्दगी दर बदर होगी

उनसे बात करना एक फ़रियाद बस होगी 

सोचा अब न देखेंगे मुड़ के कभी

गिला भूला देंगे बीते वक़्त के सभी 


अंदाज़ा न था  टूटेगा सपना इस कदर मेरा

के हिम्मत न होगी फिर विश्वास करने की कभी 

हर मुलाकात पे जो मचलता इतराता  था दिल

साथ रहके जिनके हमने लूट ली महफ़िल


क्या खबर थी के अब न हमसफ़र  होगा 

जो साथ रहता था हमेशा

 वो एक खूबसूरत सपना होगा ।

    

      











Tuesday, August 31, 2021

मिलन * हिंदी कविता - MILAN -HINDI POEM

मिलन

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मेरे कदम तेरी और चले
 
हसरतें कई अपने मन में लिए 

ले आँखों में तस्वीर तेरी लिए

ओर अरमान तुझसे मिलने 

का दिल में लिए


आखिर मिलन तेरा मेरा होगा 

इंतज़ार अब न सहन होगा 

मिलना तुझसे एक दुआ होगा 

जान ! मिलना  तेरा

खुदा के मिलने  जैसे होगा 


तुमसे मिलके जो ख़ुशी होगी  

वो ख़ुशी मुझे अविस्मर्णियाँ होगी 

आँखों में कटेगी रातें अपनी 

करनी है तुमसे बातें इतनी 

होगी ख़ुशी दुगनी अपनी 

साथ तेरे  बीतेगी ज़िन्दगी अपनी !







                            



Sunday, August 29, 2021

इश्क़ | Love Poetry | SHAYARI STATUS

Pls Listen ISHQ to experience  more realistic poetry by single click on below Image . 


चलो फिर तुम्हे भूल जाए !

एक बार और याद करले तुम्हे ,

फिर तुमसे दूर हो जाये। 

एक आखिरी सलाम - तुझसे फिर करे !

और फिर तुझसे -अलग हो जाये। 

पर जाने से पहले * कुछ कहना है मुझे !

क्यों न -  फिर एक बार तेरे हो जाये।। 


 


ज़िद - हिंदी कविता * ZID HINDI KAVITA


 







क्या ज़िद थी  तेरी के दूर हो गए 

सही होके भी हम गलत हो गए

तेरे फैसलों ने मजबूर इतना किया  

के पास रहके भी तुझसे दूर हो गए


सच साबित न कर सके हम कभी भी 

और झूठ के आगे तेरे मजबूर हो गए

जो तूने कहा वो सह न सके हम 

क्या सामना करते नज़र से दूर हो गए


जो उम्मीद थी मेरी वो न उम्मीद हो गई 

जिसे साथ देना था वो सबसे पहले दूर हो गए

क्या खबर थी यूँ बिखरेगा आशियान मेरा 

 के घर जोड़ने वाला ही तोड़ेगा घर मेरा 








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