Monday, August 23, 2021

जन्माष्टमी # श्री कृष्णा भक्ति # श्री राधे कृष्णा

Kindly Listen Short Bhajan On Shri Krishna

    
              
    


*************************************
  
श्री कृष्णा भक्ति 










***********************************************************
तालाश ली है मंज़िल 
पा लिया है साहिल भी 
बस अब न कुछ चाहिए  
आ गए तेरे द्वारे भी  

विश्वास तुझपे हो गया 
शीश तेरे आगे झुक गया
कोई  न मुझे तुझसे लगे 
शरण में आके तेरी ही चैन मिले

जीना अब आसान हुआ 
तेरे साथ से मेरा साथ हुआ
कहना सुन्ना अब कुछ भी नहीं 
है सब कुछ तुझ पे सौंप दिया

नया मुझको संसार लगे ,
आंखों में तेरी मुझे प्यार दिखे
तेरी मोहिनी मूरत पे ,
होता मुझको विश्वास दिखे

हरी में बलिहारी जाऊ
चरणों में तेरे शीश नवाओ 
मन मंदिर में तुझको बिठाके 
भक्ति से तेरी मैं शक्ति पाऊ


                                    


Saturday, August 21, 2021

चरणों के फूल * हिंदी कविता - CHARNOO KE PHOOL * HINDI KAVITA

                             







 

** चरणों के फूल **


 है पूजा का फूल मिला !

और, बालों में अपने सजा लिया 

दिन मेरा आज सवंर गया ,

है मुझको .. प्रभु का प्रसाद मिला । 


गुलाब है महका .. अंतर्मन में ,

हुई प्रस्नता मेरे हिये में । 

मानो मुझको पारस है मिला 

है मुझको .. प्रभु का प्रसाद मिला । 


पूजा कर मैं आनंदित हुई ,

फिर तेरी कमी महसूस हुई 

थोड़ा लालच मेरा और बढ़ा ,

जैसे चरणों से फूल मिला । 


हे प्रभु ! 

मुझको भी.. चरणों से अपने ..अब दो मिला । 

हो पूजा .. सफल मेरी !

और , मिले परमात्मा से आत्मा मेरी।। 


By Vinita


Friday, August 20, 2021

Poem on Poetry # IN LOVE WITH POETRY #World Poetry Day 21 March # कविता पे कविता

कविता पे कविता -world poetry day 

 


**************************************************

 

क्या कविता पे कविता लिखे 

इसकी खूबसूरती को क्या कहे ? 

मन की उमंगो को शब्दों में रचना 

मानो गागर में है सागर को  भरना। 


मिली एक नयी पहचान है

कविता लिखना मेरा अरमान है 

अब न कोई  दोस्त तुझसा लगे 

कवि और कविता का साथ ही अच्छा लगे

 

सुंदर सी कलम मेरे हाथ सजे 

कितना प्यारा ये साथ लगे   

हीरे मोती जैसे अक्षर  लगे 

मायने जिनके समंदर से गहरे लगे 


दिल खोल के अपना में रख दू 

बेरंगो में भी रंग भर दू 

ऐसी कविता मैं लिख दू  

के शब्दों में अमृत भर दू 


कविता तुझको सलाम है  

आज की कविता  सिर्फ तेरे नाम है।। 


                                    

  


Thursday, August 19, 2021

मोह्हबत है | हिंदी कविता | Love Poetry On accepting Love & Relationship | Valentine's day Poetry |

       Pls  Listen Mohabbat Hai  to experience  more realistic poetry by single click on below Image .            




 मोह्हबत है 


   




*****************************************

दस्तक देती एक आहट है। 
क्या अब भी हमें मोह्हबत है ?
दिल कहता है तुझसे मिल आउ !
क्या तेरी भी यही चाहत है 

तेरा साथ बहुत भाया है मुझे 
काफी समय साथ बिताया हमने 
ये अंदाज़ा मेरा गलत होगा
के - तू भूल गया है मुझे

अब आहट पे यकीं हो चला 
कोई है जो मुझसे कह रहा
क्या अब भी तू मेरे साथ है 
हाँ ! कह दिया मैंने 
तेरी परछाई की आदत है

है फिर महसूस किया ,
हर रूप में तेरा रूप दिखा
हाँ मुझको यकीं ये हो गया 
के मुझको तुझसे मोहब्बत है
और तुझको भी मेरी ज़रूरत है।।                                     

Monday, August 16, 2021

ट्यूबरक्लोसिस - टीबी (हिंदी कविता) | TUBERCULOSIS (TB) | | Hindi Article On World Tuberculosis (TB) Day on March 24 | Essay On TB Disease | Slogan Of TB

 ट्यूबरक्लोसिस - टीबी 



नमस्कार दोस्तो ! आज की  कविता मैंने ट्यूबरक्लोसिस (टीबी ) बीमारी पे लिखी है, जैसा की हम सब जानते है कि ये एक खतरनाक  बीमारी है ।

इसमें अगर मरीज़ को उपचार न मिले तो उसकी जान भी जा सकती है। मैंने टी.बी बीमारी को कविता के रूप में पेश किया है जिससे की आपको इसे समझने में आसानी हो। मेरा आप सभी से निवेदन है की आप सब अपना ध्यान रखे और इस बीमारी को अपने देश में जड़ से ख़तम करने में जागरूकता फैलाये , और अगर किसी को टी.बी हो जाये तो वो डरे नहीं क्यूंकि ये रोग लाइलाज नहीं है आप अपना इलाज  तुरंत शुरू कराये और डॉक्टर के संपर्क में रहे।


ट्यूबरक्लोसिस (टीबी ) - हिंदी कविता


है एक खतरनाक - बीमारी टीबी 

इसका उपचार बहुत ज़रूरी

दो तरह की होती है ये 

इलाज चले इसका छह , 

अठारह या इक्कीस महीने। 


होना है सबको जागरूक

रखनी है साफ़ सफाई घर में 

खुद को भी स्वच्छ रखना 

गन्दी जगह न खाना पीना

धूम्रपान से दूर है रहना । 


भोजन प्रोटीन युक्त है - करना

दूध, दही और फल है - खाना 

नीद को अपनी है - पूरी रखना 

और  ज्यादा विश्राम है - करना। 


दर्द इसका बड़ा दुखदायी 

कई लोगों ने जान गवाई। 

अगर नागा हो इसकी दवाई 

समझो बीमारी वापिस आयी। 


अलग है रहना सबसे इसमें 

छुआ छूत से भी ये फैले 

अपना और दूजे का ध्यान है रखना 

खांसते- छींकते मुँह पे हाथ है रखना। 


अच्छा खान पान है.. बहुत ज़रूरी 

चिंता और कमजोरी से आती टीबी 

शरीर न लड़ पाए टीबी से 

अगर न हो- रोग प्रतिरोधक शक्ति हम में 


है टीबी को जड़ से मिटाना 

अपना और अपनो का ध्यान  रखना

है देश को टीबी मुक्त  बनाना 

हम सबको है ये नारा अपनाना         

      By Vinita

*******************

Pls Listen information about  TUBERCULOSIS 






Saturday, August 14, 2021

हुआ विश्वास (हिंदी कविता) * HUA VISHWAS (HINDI POEM)

Pls Listen HUA VISHWAS to experience  more realistic poetry  by single click on below
 Image .

**  हुआ विश्वास **

ये बोलती हुई आँखें बहकते कदम 
साँवला सा रंग और उसपे मचलता  मन
नज़रे झुका के यूँ तुझमे सिमटना 
कसम से जान लेगा 
तेरे साथ मेरा आगे बढ़ना

ये प्यार से कहना चाहते है तुझे 
किसी और का साथ अब ना भाए मुझे
हर जनम का साथ अब मिल गया मुझे 
हुआ विश्वास 
तेरे साथ ही है आगे बढ़ना मुझे ।

 

Wednesday, August 11, 2021

जय हो तिरंगे तेरी | Hindi kavita On 15th August & 26th January |PATRIOTIC POEM

Pls Listen JAI HO TIRANGE TERI  to experience  more realistic poetry  by single click on below Image. 

 

 

** जय हो तिरंगे तेरी **

जय हो तिरंगे तेरी 
है तेरी शान में शान हमारी
लहराए तू ऊंचा हमेशा 
और हो संसार में जयकार तेरी


हर दिल में बसी है छवि तेरी 
बढे पूरी दुनिया में पहचान तेरी 
हम सबकी है बस यही विनती 
दिन प्रतिदिन हो प्रगति तेरी 

एक बार नहीं सौ बार क़ुर्बान हो 
देश पे मिटने की लिए 
हम हमेशा त्यार हो ।।



                                   


Tuesday, August 10, 2021

साथी तुम्हारा * हिंदी कविता * HINDI POEM SATHI TUMAHARA *

Pls Listen SATHII TUMAHARA  to experience  more realistic poetry  by single click on below Image .












साथी तुम्हारा 

कह दिया है मान लो 
मेरा कहा भी जान लो
साथी तुम्हारा मैं ही हूँ !
अधिकार अपना भी जता दो 
 
 है दोस्ती मुझे अजीज बड़ी
साथ अपना किसी से कम नहीं 
छोड़ के जायेंगे न कभी 
दोस्ती है कोई मज़ाक  नहीं 

जान हाज़िर है हर खाविश पे तेरी 
रिश्ता दोनों का है अकेला का नहीं 
तू संकोच न कर कहने में कभी 
दोस्त हूं तेरा कोई अजनबी नहीं 



 

                                                                   

Saturday, August 07, 2021

# यादें - हिंदी कविता # Hindi Poem On Memories #

 यादें - Memories

 


****************************************************

बेचैन मन ये  हो गया 
सोचता तुझको रह गया
थम गयी है साँसे फिरसे 
मच गया है शोर मुझमे 

याद वो मंज़र आ  गया 
ये चेहरा फिर मुरझा गया 
तेरे जाने का गम इतना नहीं 
जितना तेरी यादों ने रुला दिया

तू ही ज़हन में समां गया,
दूर जाके  मेरे और करीब आ गया
    अब क्या बताऊ 
    मैंने तुझको खुद ही में पा लिया !




आँखें - हिंदी कविता *(ANKHEN -HINDI POEM )

 Pls Listen AANKHEN   to experience  more realistic poetry  by single click on below Image. 

 

आँखें 

कुछ कहती हैं ये आँखें, 
क्या - इनमे कोई रहता है ?

रात भर सोई नहीं ये ,
किसका दिया- इसने पहरा है ?
कौन है - इनमे बसा हुआ ?
चेहरे का - रंग  क्यों लाल हुआ ? 

आँखें तो - दिल का दर्पण है ,
बता दे - तेरे दिल में क्या है ?

 

Thursday, August 05, 2021

# वही शाम # Sad Poetry On Memories

 वही शाम - Memories

 


***************************************

चली है फिर तेरे यादो की आँधी 
और साथ ले आयी वही शाम पुरानी


फिर कैद कर लिया तेरे साये ने मुझको 
और तेज़ हो गयी ये धड़कने हमारी


रह गए सब अरमान सीने में दबकर 
साथ रह गयी है बस कहानियां हमारी


फिर पुकारा है किसी ने नाम से तुम्हारे मुझको 
है अब  तुम्हारे  नाम से ही पहचान हमारी।
   


                                                                                


 


Wednesday, August 04, 2021

जवाब - हिंदी कविता #Life Quotes

जवाब - Life Quote


***********************************

कब तक अनदेखा करू..

 मैं चेहरे को तेरे ?

कब तक ना दू जवाब.. 

मैं सवालों को तेरे ?

खेले है किस तरह से,  

मेरे साथ ज़िन्दगी !

के -लाके खड़ा किया है !  

फिर उसी मोड़ पे मुझे।। 


Tuesday, August 03, 2021

शहर तेरा - हिंदी कविता

 शहर तेरा

  




*****************************************


छोड़ आये हम शहर तेरा

देखी सारी झूठी खुशियां

रंग ही फूलों से अलग हुए 

है, बस चेहरे पे चेहरा



झूठी ही तस्सली देनी है

बस अपनी -अपनी कहनी है 

सच क्या है ये पता नहीं 

अपने सिवा  कोई दिखा नहीं 


अब क्या कहे  तुझसे नादान !

के तू आज भी है "अनजान"।  



Monday, August 02, 2021

गुलज़ार *हिंदी कविता - GULZAR HINDI POEM

 Pls Listen GULZAR  to experience  more realistic poetry  by single click on below Image.


ये चाँद, सितारे और ये रात
याद दिलाते तेरी ..हर बात। 
ये गुलाब, मोगरा और चन्दन !
महके अब भी ..मेरे अंदर। 

ये गजरा ,बिंदी, चूड़ी, पायल 
सजते अब भी.. मुझे पे साजन। 
ये प्यार , गिला तुझसे तकरार !
सब याद दिलाता ..तेरा इंतज़ार। 


फिर सुनी  !तेरे दिल की बात 
होके एक दूजे के साथ। 
भूली मैं खुद को फिर एक बार,

आके तेरी बाहोँ  में,  मैं होके गुलज़ार।।


Saturday, July 31, 2021

क्या करे # Four Lines On What To Do

क्या करे !
















***********************************************

क्यों इतना समझ लिया 

के कुछ कहना ही न पड़े  

अब दिले हाल तो ठीक है  !

अपनी शिकायतों का क्या करे ?

             

Thursday, July 29, 2021

ऐतबार मुझे हो रहा

Pls Listen AITBAAR MUJHE HO RAHA    to experience  more realistic poetry  by single click on below Image.

 


**********************************

ऐतबार मुझे हो रहा 













एक अजीब सी बात है 

के  चाँद भी तेरे साथ है 
 
है तारे भी  कुछ कह रहे 
और मेरा मन भटका रहे  

है प्यार मुझको हो रहा 
दिल बार बार कह  रहा

अब  गिला कोई  रहा 
है ऐतबार मुझको  हो रहा

न झूठ है कहना मेरा
के  तुझे सुनने को मन मेरा  कर रहा । 


           
    

ज़िन्दगी (हिंदी कविता) ZINDAGI (HINDI POEM )

ज़िन्दगी 



************************

ज़िन्दगी 💜

खामियुओं को तेरी नज़र अंदाज़ करू
जवाबों पे तेरे ऐतबार करू

फैसले भी तेरे क़ुबूल किये

 अब तू ही बता ऐ ज़िन्दगी !   


और किस तरह से तुझे प्यार करू ?

Wednesday, July 28, 2021

मगन धुन (हिंदी कविता) MAGAN DHUN | poetry On love | करवाचौथ |Romantic Poetry | love quotes | Feelings & Desires of Love

Pls Listen MAGAN DHUN to experience  more realistic poetry  by single click on below Image.


*** मगन धुन  ***

चल तेरे साथ चलें। 
थोड़ा करके श्रृंगार चले ,
फिर अपना आँचल लहरा के चले। 
माथे पे बिंदिया सजाके चले ,
चल तेरे साथ चले।। 


फिर सबकुछ हम भूला के चले ,
सारे ज़ख्मो को अपने छुपा के चले। 
मुँह में पान दबा के चले ,
फिर तुझको थोड़ा रिझा के चले। 
चल तेरे साथ चले।। 


अपनी पूरी मस्ती में चले ,
आंखों में तुझको छुपा के चले। 
फिर दिल अपना हम लुटा के चले ,
तुझ को तुझसे ही चुरा के चले।
चल तेरे साथ चले।। 

तोड़ते  सारे   दायरों  को  चले ,
अपना  हम तुझको  बना  के  चले । 
आसमा  को  कदमो  में  लाके  चले ,
चल तेरे साथ चले ।। 


करलू पूरी अपनी मनमानी ,
छोड़ू पीछे दुनियादारी ।
फिर अपनी मगन धुन में चले ,
चल तेरे साथ चले ।।


             















Tuesday, July 27, 2021

कुछ याद है

कुछ याद है 



 *******************************************************

खुद से मिले बहुत दिन हुए
है हाल क्या ना याद है 
सूरत भी नहीं देखी अपनी 
अब तो आइना भी नाराज़ है 

तुझसे ही फुर्सत नहीं 
तेरी कमी भी कुछ कम नहीं
हरपल है तुझको ढूंढ़ती 
ये आँखें मेरी थक गयी  

कैसे बीते दिन रात है
कुछ ना मुझको याद है
बिन तेरे मेरा होना
लगता एक अधूरी बात है 

तेरी कमी का एहसास है 
ये दिल  आज भी उदास है 
तू चैन मेरा ले गया 
क्या तुझको कुछ भी याद है । 




Saturday, July 24, 2021

KARVAAN LEKE HAM CHALE | कारवां लेके हम चले |हिंदी कविता | MOTIVATIONAL POEM |POSITIVE CHANGE IN SELF | BE VOLUNTEER

Pls Listen KARVAAN LEKE HUM CHALE    to experience  more realistic poetry  by single click on below Image.


नमस्कार दोस्तो, प्रस्तुत है आज की कविता * कारवां लेके हम चले   * इस कविता में मैंने समाज में रह रहे इंसान की सोच को, उसके अहंकार को और उसके अन्य पहलु को बताया है, लेकिन इस कविता का मूल आधार है, "स्वय में बदलाव करना" और इस बदलाव की शुरुवात हमें किसी से उम्मीद करके नहीं बल्कि खुद से शुरू करनी होगी।  *कविता पढ़िए और अच्छी लगे तो अपने दोस्तो और रिश्तेदारो के साथ साझा कीजिये। 


कारवां  लेके हम चले 


चले सबसे आगे हम चले , 

लेकिन अकेले नहीं सबको लेके हम चले। 


क्यों इंतज़ार करे किसी के सर झुकाने का हम, 

शान तो तब है, जब सजदे में सर को झुका के हम चले। 


हैरत है  कोई पूछता नहीं हाल भी कभी, 

क्या गलत है ! अगर सबको गले लगाके हम चले। 


ना आएगा  मदद करने कोई भी इधर !

क्यों न हम ही, सबके ज़ख्मो पे मरहम लगाते हुए चले। 


है अकेला हर कोई दुनिया की भीड़ में ,

एकता तो तब है , जब धागे में मोतियों को पिरोते  हुए चले।


बेबस है कितना हर एक शख्स जहाँ में ,

भला तो तब है जब सबका हौसला बढ़ाते  हम चले। 


क्यू किसी के.. बदलने का इंतज़ार करे हम ?

पहल तो तब है जब.. बदलाव लेके हम चले। 


क्यों ?  दुआओं में किसीके उम्मीद हम करे ?

आशीष!  तो तब मिले , जब सबको दुआओं में लेके हम चले। 


अकेले चलने में कुछ न  मज़ा है दोस्तो !

"उठो और आगे बढ़ो" ये कारवाँ ले के हम चले।। 




Thursday, July 22, 2021

बेटा - HINDI POEM ON SON # SWEET COMPLAINTS & LOVE FROM MOM TO HIS SON

 बेटा 



**********************************


बेटा, 

मान गए तेरा अंदाज़                           

हर बात पे है तुझको ऐतराज़

 

किसी की बात को तू ना माने 

बस अपना गुड़गान कराये            

समझाते तुझको बरसो बीते 

पर तेरी आदत कभी ना सुधरे  


हर दिन एक नया बहाना है

बस किताबों से जी चुराना है

सारा दिन खेल और मस्ती है

वो भी तुझको कम लगती है

 

दिन बीते पूरा दोस्तों के संग 

घर में लगता कभी न मन

जवाबो में भी  सवाल है तेरे

क्यों , कब , कैसे , क्या है 

ये तो तकिए कलाम है तेरे

 

सब कहते है तू बड़ा हुआ

जैसे ख़जूर का पेड़ हुआ 

अब तो हो जा तू जिम्मेदार

हर माँ की बेटे से यही पुकार 


लेकिन सच बोलू मैं एक बात

तेरी बादमाशियूं पे आता है मुझको प्यार  







































******************

Pls enjoy the short clip on Mother & Son Conversation


*********************************



 















Wednesday, July 21, 2021

दिल की बात









 दिल की बात

 

क्या खूब कहा है तूने आज *

दिल की बात बता दी आज *

कुछ न कह के भी सब कह दिया , 

फिर बुझती आग जला दी आज ।। 

    by Vinita 

Favourites

क्या अब भी इम्तिहान है ! #Hindi Poetry on life

Life   इम्तिहान है  ये कैसा एहसास है के दर्द भी अब रास है  बोझल है आँखें थकान से न जाने किसकी आस है  कह रही है झुकते उठते  खुद से ही ऐतराज़ ह...