WAJAH |
आंखों को तुझे देखने की
आदत सी हो गयी
हर दिन तेरे साथ गुज़रे ये
फरियाद हो गयी ,
अब जी न सकेंगे यार
हम तेरे बैगर
तू मेरे जीने की
वजह जो हो गयी ।
Hello Friends, you will find variety of Melodious & a Imaginative Poetries like Friendship, Love, First Meet, Memories, Desires, Happiness, and Many More On my Blog. Themisvi.com .
गोपाला प्रभु नाम थारो गोपियन की मटकी तोड़ डारो माखन देख तोरा जी ललचाए नटखट कन्हैया बाज़ न आये आंख मिचोली मैया के संग रात दिन उनको सतायु ऐसो छल...