मगन धुन (हिंदी कविता) MAGAN DHUN | poetry On love | करवाचौथ |Romantic Poetry | love quotes | Feelings & Desires of Love
Pls Listen MAGAN DHUN to experience more realistic poetry by single click on below Image. *** मगन धुन *** चल तेरे साथ चलें। थोड़ा करके श्रृंगार चले , फिर अपना आँचल लहरा के चले। माथे पे बिंदिया सजाके चले , चल तेरे साथ चले।। फिर सबकुछ हम भूला के चले , सारे ज़ख्मो को अपने छुपा के चले। मुँह में पान दबा के चले , फिर तुझको थोड़ा रिझा के चले। चल तेरे साथ चले।। अपनी पूरी मस्ती में चले , आंखों में तुझको छुपा के चले। फिर दिल अपना हम लुटा के चले , तुझ को तुझसे ही चुरा के चले। चल तेरे साथ चले।। तोड़ते सारे दायरों को चले , अपना हम तुझको बना के चले । आसमा को कदमो में लाके चले , चल तेरे साथ चले ।। करलू पूरी अपनी मनमानी , छोड़ू पीछे दुनियादारी । फिर अपनी मगन धुन में चले , चल तेरे साथ चले ।।