Showing posts with label बेज़ार | AN EMOTIONAL POETRY ON LIFE. Show all posts
Showing posts with label बेज़ार | AN EMOTIONAL POETRY ON LIFE. Show all posts

Sunday, January 09, 2022

बेज़ार | AN EMOTIONAL POETRY ON LIFE


बेज़ार








क्या लिखा है तूने कभी पढ़ लिया होता ,

मुझे ज़िन्दगी देने से पहले

 तू भी इसे जी लिया होता । 


एक एहसान मुझपे भी कर दिया होता

कभी मेरे साथ आके 

तू भी रह लिया होता । 


समझते हम भी तुझको ऐ ...खुदा !

ये जीवन  भी तूने 

अगर जी लिया होता  । 


जब  दूर तक कोई दिखाई नहीं देता ,

फिर तुझे भी अपनी किये 

पे पछतावा होता ।  


बस एक जवाब देदे मेरे खुदा मुझे  ,

तेरी ज़िन्दगी क्यों मुझको  

बेज़ार सी लगे । 

Favourites

क्या अब भी इम्तिहान है ! #Hindi Poetry on life

Life   इम्तिहान है  ये कैसा एहसास है के दर्द भी अब रास है  बोझल है आँखें थकान से न जाने किसकी आस है  कह रही है झुकते उठते  खुद से ही ऐतराज़ ह...