** बेक़रार **
हो गया है प्यार अब
दलीले देना बेकार है ,
कोई सूरत नज़र आती नहीं
आईना देखना बेकार है।
है आंखों से नीद गयी
सपने देखना बेकार है ,
सब मुझको फरेब लगे
अब होश में आना बेकार है ।
आदत है अब बिगड़ गयी
शिकायत करना बेकार है ,
तेरे बिन मेरा जीना
लगता मुझको दुश्वार है । ।
By Vinita