सोचते है पर ध्यान कहाँ है
कोई बता दे हुआ क्या है
हम है यहाँ पर दिल कहाँ है ?
है एक सन्नाटा पसरा हुआ
हर कोना अकेले में बसा हुआ
कोई बता दे ये आलम क्या है
हम है मौन बाकियुओं को हुआ क्या है ?
सब रास्ते है रुके हुए
पर भीड़ में सब चल रहे
कोई बता दे जाना कहाँ है
हम है तैयार अब जीना कहाँ है ?
है एक धुंध छायी हुई !
हर शख्स को भरमाई हुई
कोई बता दे ये नियति क्या है
जिंदगी तो ठीक है
कल का भरोसा क्या है !