प्रेरणादायक कविता -न ठहर बस बढ़ता चल !! |
हार के पीछे जीत छुपी है
तेरे कर्मो पे तेरी तकदीर टिकी है ।
हिम्मत न हार बस आगे बढ़
हर रात के पीछे सुबह खडी है ।
रख हौसलों में इतना दम
के दुखों की कमर तोड़ दे ।
जिस पथ पे कांटे हो बिछे
उस पथ पे कलिया बिखेर दे ।
न बाल बांका कर सके
तेरा कोई कहीं कभी ।
तू ऐसी एक चट्टान बन
जो शत्रुओं का रास्ता रोक दे ।
तू याद बस अपना लक्ष्य रख
बनके अर्जुन तरकश तैयार रख ।
ज़िन्दगी की रुकावटो को
अपने हित में लेके चल ।
न मिले जीत कोई बात नहीं
अपनी हार से सीख लेके चल ।
जीवन एक परीक्षास्थल है
यहाँ कोई उत्तीर्ण तो कोई विफल है ।
तेरी हार में भी जीत है
एक तजुर्बा, एक विश्वास है ।
तू फिर से उठ और कोशिश कर
बढ़के आगे अपनी जीत हासिल कर ।।