तेरे प्यार को धोखे का नाम दे दिया |
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तेरे प्यार को धोखे का नाम दे दिया
जब कुछ न कर सके तुझे इलज़ाम दे दिया
वक़्त की साजिशों पे ज़ोर नहीं अपना
ज़िन्दगी को इसलिए एक चाल कह दिया
बिताया समय मैंने जो साये में तेरे
उस वक़्त को घनी धूप की छाँव कह दिया
क्या सज़ा देते अपनी किस्मत को हम
फैसलों को इसलिए मंज़ूर कर लिया