Showing posts with label गुलज़ार *हिंदी कविता - GULZAR HINDI POEM. Show all posts
Showing posts with label गुलज़ार *हिंदी कविता - GULZAR HINDI POEM. Show all posts

Monday, August 02, 2021

गुलज़ार *हिंदी कविता - GULZAR HINDI POEM

 Pls Listen GULZAR  to experience  more realistic poetry  by single click on below Image.


ये चाँद, सितारे और ये रात
याद दिलाते तेरी ..हर बात। 
ये गुलाब, मोगरा और चन्दन !
महके अब भी ..मेरे अंदर। 

ये गजरा ,बिंदी, चूड़ी, पायल 
सजते अब भी.. मुझे पे साजन। 
ये प्यार , गिला तुझसे तकरार !
सब याद दिलाता ..तेरा इंतज़ार। 


फिर सुनी  !तेरे दिल की बात 
होके एक दूजे के साथ। 
भूली मैं खुद को फिर एक बार,

आके तेरी बाहोँ  में,  मैं होके गुलज़ार।।


Favourites

परम पिता परमेश्वर # Jai Shiv Shankar #Shivling

  आज नहीं तो कल बनेंगे  मेरे बिगड़े काम भोलेनाथ पे विश्वास मुझे है वो सुनते मन की बात  देर है पर अंधेर नहीं जाने सब संसार  परम पिता परमेश्वर ...