*सुविचार*
गिरने के डर से
चलना नहीं छोड़ा करते
रास्ता मुश्किल हो तो क्या
उद्देश्य नहीं बदले करते
हार या जीत, दो ही तो ओहदे है
पराजय की डर से कोशिश नहीं छोड़ा करते
अवसर देर से सही मिलते ज़रूर है
निराश होके ज़िन्दगी के कपाट बंद किया नहीं करते
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आज नहीं तो कल बनेंगे मेरे बिगड़े काम भोलेनाथ पे विश्वास मुझे है वो सुनते मन की बात देर है पर अंधेर नहीं जाने सब संसार परम पिता परमेश्वर ...
Nice
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ReplyDeleteगिरने के डर से
चलना नहीं छोड़ा करते
राम राम कितनी सुंदर पन्क्ति वहां वहां