है नारी से पूरा संसार - Women's day 8th March |
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है नारी से पूरा संसार
जीने का इसको भी अधिकार
सृष्टि की है रचईता नारी
निस्वार्थ प्रेम और सेवा भाव
कर्मठ और सहनशील स्वाभाव
एक रूप में कई रूप है जिसके
ये तो है ईश्वर का अवतार ।
Really beautiful poem
ReplyDeleteI really liked this poem
So true
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