हर बात तेरी
तेरे और करीब ले आती है
जितना भूलना चाहूँ तुझे
तेरी उतनी याद आती है।
जानता हूँ मुमकिन नहीं
तेरा मेरे साथ रहना
फिर भी न जाने क्यू मुझे !
किस्मत तुझसे मिलाती है।
दिल में एक विश्वास है
रिश्ता अपना ख़ास है।
यूँ नहीं मेरी धड़कने
तेरा नाम सुन बढ़ जाती है।
हो कहीं भी दिल मेरा
ख्याल तेरा ही रहे
हाँ , ये बात मैंने मान ली
तेरे जैसा मिलना मुश्किल है ।
प्यार है तुझसे ही करना
लड़ना भी तेरे साथ है
अब चाहे सफर कैसा भी हो
मुझे चलना तेरे साथ है।।
Very nice 👌
ReplyDeleteबहुत सुंदर
ReplyDelete🥰🥰🥰
ReplyDeleteWaah waah! beautiful poem mam. Really love your poetries 😍🥰🤩 keep it up👍
ReplyDeleteसब कुछ जानते हुए कि नहीं मिलना इस जीवन में।
ReplyDeleteफिर भी उम्मीद है कि शायद लौट आए वो इस जीवन में।
ये जो यथार्थता और कल्पनाओं के बीच का संबंध है वही तो प्रेम है।
सतीश।
❤️
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