Saturday, March 12, 2022

दरमियाँ - Between Eyes | Hindi Poetry On Distance Relationship | Misunderstanding Between Relations | Immense Love | दिलासा | भ्रम

दरमियाँ -Between  Eyes

 







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है कौन एक तेरा सिवा 

उसपे भी तू दूर है !

क्या कह के दिल को समझाए 

जो तुझसे मिलने को मजबूर है !


रोज़ दिलासा देते है

मिलना होगा ज़रूर कहते है

पर सच तो दिल भी जानता है

मेरे झूठ को भी पहचानता है !


बस एक गुज़ारिश तुझसे है

मेरे भ्रम को भरम ही रहने दे

जो दूरी तेरे मेरे  दरमियाँ है बनी 

उन्हें आँखों के बीच ही रहने दे । 

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