Monday, February 07, 2022

साएं | Past Memories | Missing Old days | Sad poetry On love | Yaadein



साएं


***************************


छोड़ आये हम वो घर , वो दीवारें 

अपनी मोहब्बत और उनके  फ़साने

मिला लिए कदम जिंदगी के साथ

और लेके चल दिए बीते लम्हों के साएं।। 







 









1 comment:

  1. Vah Kya Khoob poem ha I🤩🧡💛💜💓😽😻💝💕❣💞❤💚💙💖💘😍👌🏻👏👍😊

    ReplyDelete

Favourites

क्या अब भी इम्तिहान है ! #Hindi Poetry on life

Life   इम्तिहान है  ये कैसा एहसास है के दर्द भी अब रास है  बोझल है आँखें थकान से न जाने किसकी आस है  कह रही है झुकते उठते  खुद से ही ऐतराज़ ह...