Wednesday, November 24, 2021

भारतीय वीर | हिंदी कविता | Patriotic Poem | देशभक्ति पर कविता | Hindi Poem On 26th January | Hindi Kavita On Independence Day

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** भारतीय वीर **  

ये भारतीय वीर की गाथा है ,
जो चट्टानों से लड़ना जानता  है। 
क्या अन्धकार और कैसा डर !
ये निडर होके - आगे बढ़ना जानता है। 

न दुश्मन के आगे हारा है ,
न पीछे कदम हटाया है
ये वो फौलादी सीना है ,
जो भारतिय जवान कहलाता है।। 

कितनी ही जंगे जीती है। 
कितनो को घाट उतारा है। 
इनकी शान का क्या कहना !
हमेशा विजय का बिगुल बजाया है। 

है इनकी  बिसात में कमी नहीं ,
लक्ष्य से इनको - भटका सकते नहीं ।  
इनकी दृढता के आगे ,
दुष्मन भी टेके घुटना अपना। 

ज़ज़्बे को इनके सलाम है। 
भारत देश को इनपे अभीमान है। 
उस माँ को कोटि कोटि प्रणाम है ,
जिसके लाल ने - देश के लिए - दी अपनी जान है। 

है इनकी शूरता में इतना दम , 
शत्रु को मारे घर में घुसकर । 
हे-वीर सिपाही भारत के ! 
भारत देश करे तुझको नमन।। 

  **  जय हिन्द जय भारत **

7 comments:

  1. बहुत बढ़िया।
    पंक्तियों में एक अलग ही रंगत निखरती है जब वह भारतीय जवानों के ऊपर लिखी जाती है।

    जय हिंद जय भारत।

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