Wednesday, November 24, 2021

लम्हे | LAMHE | Heart Touching Poetry In Hindi









बीते जो लम्हे साथ में वो भूल कैसे  पाएंगे ,

जितना दूर जायेंगे उतना ही याद आएंगे । 


चाहेंगे जो कभी भूलना तो मुमकिन ना  कर पाएंगे ,

पहुंचेंगे उसी मोड़ पे जहाँ से लौट नहीं पाएंगे । 


मिलना तो एक खवाब है जो पूरा न हो सकेगा ,

वैसे ही जैसे कस्तूरी को मृग ढूंढता फिरेगा। 


एक चाह रह जाएगी बस तेरे पास ,

झूठी ही सही दिला देना आस ।। 


कह देना के मिलना होगा फिर एक बार ,

वैसे ही जैसे रहता है एक तारा चाँद के पास ।।।। 


3 comments:

  1. बीते जो लम्हे साथ में वो भूल कैसे पाएंगे ,

    जितना दूर जायेंगे उतना ही याद आएंगे ।

    to q bhulna chahte ho aap hme bhul gye to
    hm to apke or aapki poem ke bina berang ho jayenge.......k

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