ख्याल |
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*** ख्याल ****
हर वक़्त और हर पहर
क्या शाम और क्या सहर
तेरा ख्याल है मुझे
रहूँ चाहे किसी शहर !
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आज नहीं तो कल बनेंगे मेरे बिगड़े काम भोलेनाथ पे विश्वास मुझे है वो सुनते मन की बात देर है पर अंधेर नहीं जाने सब संसार परम पिता परमेश्वर ...
Wow nice 👏
ReplyDeleteOSM LINES....
ReplyDeleteवाह बहुत ही खूबसूरत।
ReplyDeleteNice :-) :-)
ReplyDeleteसही लिखा आप ने सुंदरता अपने मन मे होती है सुंदरता किसी शहर कि जागीर नही है। राम राम
ReplyDeleteBeautiful khayal👌🏻👌🏻👌🏻
ReplyDeleteLovely Thoughts
ReplyDeleteHume bhi kuch logo ki khayal aati hai but logo ke pass to time hi nahi
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