फिर कह दो |
एकबार फिर कह दो ...
जो झूठ है , वही कह दो ...
साथ छोड़ा है तुमने ही !
पर दोष हमें दे दो !!
एकबार फिर कह दो ...
रिश्ता क्या है ? कह दो ...
तुमसे निभाया न गया !
साथ हमने छोड़ा .. कह दो !!
एकबार फिर कह दो ...
हम गलत है ! कह दो ...
तुमसे जो की .. उम्मीद !
उसकी सज़ा दे दो !!
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Kindly watch Short video On FIR KEH DO
Very Touchy
ReplyDeleteबहुत सही
ReplyDeleteFIR KAH DU........WAH WAH
ReplyDeleteन कहने का फ़ैसला जाने से पहले ही लिया गया था। अब कोई फायदा नही.....🙇
ReplyDeleteWaah lovely poem
ReplyDeleteKeep it up 👏👏
Awsm Mam..Simple and meaningful 😍😍
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