Sunday, October 31, 2021

चाँद - रात का साथी | CHAND - RAAT KA SAATHI | Hindi Kavita


Pls Listen CHAND - Raat Kaa Saathii  to experience  more realistic poetry  by single click on below Image .


चाहू चाँद में तुझे चुरा लू ..

दुनिया की नज़रों से  तुझको छुपा लू !

देदू इतना प्यार तुझे मैं 

धरती और अम्बर की दूरी मिटा दू !


इतनी बातें तुझसे करलू !

रात का तुझको साथी चुन लू  !

साथ में तेरे मिलके  ऐ चाँद 

दुनिया की मैं  सैर करलू !


चाँदनी को तेरी  अपना गहना बना लू !

शीतलता को अपने मन में बसा लू !

मान लू अपना  चाँद  🌛  तुझे मैं 

और तुझको अपने माथे  🌙 पे सजा लू !! 

चाँद - रात का साथी









7 comments:

  1. बहुत सुंदर भाव बहुत सुंदर शब्द शायद आप जैसों के लिए कहा गया होगा
    जिनकी रचना इतनी सुंदर ओ कीतना सुंदर होगा
    फिर हाल कवि,कवित्री अपनी कलेजा निकाल कर रख दे पर सुनने समझने वाले पर निर्भर कर्ता है किस भाव मे सुना समझा
    आप बहुत बहुत बधाई हार्दिक शुभकामनाएं रविंद्र पाण्डेय

    ReplyDelete
  2. बहुत बढ़िया👏👏👏👏

    लेकिन अगर चाँद को अपना मान लेंगे तो बाकी लोगों का क्या होगा?

    🤔🤔🤔

    सतीश

    ReplyDelete

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