Monday, October 04, 2021

अल्हड़पन * ALAHDPAN - HINDI POEM | FREESOUL | SELFLOVE | BE YOU | LOVE YOURSELF

Pls Listen ALAHDPAN to experience  more realistic poetry  by single click on below Image .


******************************************

BE YOU









****************************************

खुले आस्मां के तले 
धुन में अपनी मस्त रहे

आवारा बादल जैसे 
जिधर चाहा  उधर चल दिए 

एक नौका पतवार बिना 
आप अपनी मंज़िल तय करे

मज़ा रहा इस जीने में 
जब नदिया  खुद अपना मार्ग चुने

है  यही  ज़िन्दगी !
फूलों और काँटों से भरी

है खुद से मेरा अपना मिलन 
मैं और मेरा अल्हड़पन  

जिया है जिसे मैंने 
मान के वरदान सजन ।

10 comments:

  1. वाह क्या खूब सूरत दुनिया बसाया बहुत सुंदर,❤️🌹 दिल मे
    By Ram Ram

    ReplyDelete
  2. बहुत सुंदर पंक्तियाँ👌👌👌

    सतीश।

    ReplyDelete
  3. आस्मां के तले अपना मिलन हो
    अपनी मंज़िल तय करे l अपना मार्ग चुनने मज़ा रहे इसे जीने में
    मेरा तेरा मिलन अल्हड़पन हो ll

    ReplyDelete
  4. Very Nice MisVi 👏👏

    Dilpreet

    ReplyDelete

Favourites

Thought Of The Day # Anger

  ************************************************************************* क्रोध में मौन रहना ही उत्तम मार्ग है