मिलन |
*****************************
मेरे कदम तेरी और चले
हसरतें कई अपने मन में लिए
ले आँखों में तस्वीर तेरी लिए
ओर अरमान तुझसे मिलने
का दिल में लिए
आखिर मिलन तेरा मेरा होगा
इंतज़ार अब न सहन होगा
मिलना तुझसे एक दुआ होगा
जान ! मिलना तेरा
खुदा के मिलने जैसे होगा
तुमसे मिलके जो ख़ुशी होगी
वो ख़ुशी मुझे अविस्मर्णियाँ होगी
आँखों में कटेगी रातें अपनी
करनी है तुमसे बातें इतनी
होगी ख़ुशी दुगनी अपनी
साथ तेरे बीतेगी ज़िन्दगी अपनी !
V.nice poem...k
ReplyDeleteकितना सुंदर कविता लिखा है सलाम है
ReplyDelete✍️👌💗❤️
ReplyDeleteकाश…..………|
ReplyDeleteReal feelings..
ReplyDeleteअति सुन्दर 👍👌👏
ReplyDeleteWaah kya baat hai
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteThanks :))
ReplyDelete