Friday, August 27, 2021

कृष्ण लीला - Krishna Lilaa | Radhe krishna | Vrindawan Dham | krishna Bhakti | Janmashtmi Special

Pls Listen KRISHNA LILAA  to experience  more realistic poetry by single click on below Image .       
                       

 *** कृष्ण लीला ***

इतनी सरल नहीं  
ये प्रेम की गलियां है 
क्या मोल दोगे तुम !
यहाँ सब कृष्णा लीला है ।      
             
न काला है न गोरा है 
यहाँ बस प्रेम का रंग है। 
तू रंगेगा इसी  रंग में 
जो प्यारे श्याम का रंग है। 

ना हार है ना जीत है !
बस कृष्ण के संग प्रीत है 
जो रमता इनकी भक्ति में ,
मिलता उसको मन का मीत है। 

ना तेरा है  ना मेरा है 
ये जीवन उसकी रचना है 
तू क्या जाने उस छलिया को !
जो सबके दिल पे छाया है। 

न खोना है न पाना  है 
यही सबकुछ रह जाना है। 
तू कौन ? तेरी पहचान क्या ?
ये तो  ईश्वर की काया है। 

जो होना है वही होगा 
यहाँ सब उसकी माया है 
क्यों सोचना इतना ! 
जब सर पे उसकी छाया है।। 




 

16 comments:

  1. मन मोहक कृष्ण लीला 👏👏

    ReplyDelete
  2. Radhe Radhe,🙏aapki poem padh ke ,, "mera man Brindavan me kho gya"

    ReplyDelete
  3. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  4. कृष्ण का वर्णन करने को तो
    शब्दों का महासागर भी कम है,
    पर इस कविता की तुलना किस्से करें ?
    जब आपकी भावनाओं में इतना दम है।। 😇👼

    ReplyDelete
  5. सत की नाव खेवहिया सतगुरु, भवसागर तर आयो।

    मीरा के प्रभु गिरधर नागर, हरख-हरख जस पायो।।

    ReplyDelete
  6. वाह बहुत बढ़िया लिखा हैI

    ReplyDelete
  7. Dear Friends and unknowns***Please write your names aswell.
    I really want to know.. Thanks :))

    ReplyDelete

Favourites

Thought Of The Day # Anger

  ************************************************************************* क्रोध में मौन रहना ही उत्तम मार्ग है