Saturday, August 14, 2021

हुआ विश्वास (हिंदी कविता) * HUA VISHWAS (HINDI POEM)

Pls Listen HUA VISHWAS to experience  more realistic poetry  by single click on below
 Image .

**  हुआ विश्वास **

ये बोलती हुई आँखें बहकते कदम 
साँवला सा रंग और उसपे मचलता  मन
नज़रे झुका के यूँ तुझमे सिमटना 
कसम से जान लेगा 
तेरे साथ मेरा आगे बढ़ना

ये प्यार से कहना चाहते है तुझे 
किसी और का साथ अब ना भाए मुझे
हर जनम का साथ अब मिल गया मुझे 
हुआ विश्वास 
तेरे साथ ही है आगे बढ़ना मुझे ।

 

14 comments:

  1. Wow wow what is the matter maidam ji today is so different Vinita that the poem has become very beautiful Ravindra pandey

    ReplyDelete
  2. क्या बात है बहुत खूब लिखा है।

    ReplyDelete

Favourites

क्या अब भी इम्तिहान है ! #Hindi Poetry on life

Life   इम्तिहान है  ये कैसा एहसास है के दर्द भी अब रास है  बोझल है आँखें थकान से न जाने किसकी आस है  कह रही है झुकते उठते  खुद से ही ऐतराज़ ह...