Friday, August 20, 2021

Poem on Poetry # IN LOVE WITH POETRY #World Poetry Day 21 March # कविता पे कविता

कविता पे कविता -world poetry day 

 


**************************************************

 

क्या कविता पे कविता लिखे 

इसकी खूबसूरती को क्या कहे ? 

मन की उमंगो को शब्दों में रचना 

मानो गागर में है सागर को  भरना। 


मिली एक नयी पहचान है

कविता लिखना मेरा अरमान है 

अब न कोई  दोस्त तुझसा लगे 

कवि और कविता का साथ ही अच्छा लगे

 

सुंदर सी कलम मेरे हाथ सजे 

कितना प्यारा ये साथ लगे   

हीरे मोती जैसे अक्षर  लगे 

मायने जिनके समंदर से गहरे लगे 


दिल खोल के अपना में रख दू 

बेरंगो में भी रंग भर दू 

ऐसी कविता मैं लिख दू  

के शब्दों में अमृत भर दू 


कविता तुझको सलाम है  

आज की कविता  सिर्फ तेरे नाम है।। 


                                    

  


13 comments:

  1. कवि और कविता के अंतरसंबंधों को क्या खूब संजोया है।

    सतीश।

    ReplyDelete
  2. क्या मजाल है हमारी
    जो आपकी कविता पर सवाल करें,
    आपके अल्फाजों में वो जादू है,
    की आपकी हर रचना बवाल करे। 💘

    ReplyDelete
  3. समय जब करता वार
    तन की सुंदरता
    जाती हार
    मन की सुंदरता पर
    नहीं कर सकता कोई प्रहार
    मन जब हो निर्मल
    तभी प्रयास होते है सफल
    जब होता मन निश्चल और निःस्वार्थ
    प्रेम का तभी ही है कोई अर्थ l l

    ReplyDelete
  4. उसे देखा नही बस
    महसूस किया है
    कमबख्त जिन्द्गी का अहसास कराती है,
    जब भी करीब होती है
    अपनेपन की याद दिलाती है
    उसके होने की समझ में ही जी लेने में मजा है,
    है मेरी वो खुशी
    आती है और चली जाती है

    ReplyDelete

Favourites

परम पिता परमेश्वर # Jai Shiv Shankar #Shivling

  आज नहीं तो कल बनेंगे  मेरे बिगड़े काम भोलेनाथ पे विश्वास मुझे है वो सुनते मन की बात  देर है पर अंधेर नहीं जाने सब संसार  परम पिता परमेश्वर ...