Wednesday, July 28, 2021

मगन धुन (हिंदी कविता) MAGAN DHUN | poetry On love | करवाचौथ |Romantic Poetry | love quotes | Feelings & Desires of Love

Pls Listen MAGAN DHUN to experience  more realistic poetry  by single click on below Image.


*** मगन धुन  ***

चल तेरे साथ चलें। 
थोड़ा करके श्रृंगार चले ,
फिर अपना आँचल लहरा के चले। 
माथे पे बिंदिया सजाके चले ,
चल तेरे साथ चले।। 


फिर सबकुछ हम भूला के चले ,
सारे ज़ख्मो को अपने छुपा के चले। 
मुँह में पान दबा के चले ,
फिर तुझको थोड़ा रिझा के चले। 
चल तेरे साथ चले।। 


अपनी पूरी मस्ती में चले ,
आंखों में तुझको छुपा के चले। 
फिर दिल अपना हम लुटा के चले ,
तुझ को तुझसे ही चुरा के चले।
चल तेरे साथ चले।। 

तोड़ते  सारे   दायरों  को  चले ,
अपना  हम तुझको  बना  के  चले । 
आसमा  को  कदमो  में  लाके  चले ,
चल तेरे साथ चले ।। 


करलू पूरी अपनी मनमानी ,
छोड़ू पीछे दुनियादारी ।
फिर अपनी मगन धुन में चले ,
चल तेरे साथ चले ।।


             















15 comments:

  1. Neelu...
    I appreciate your efforts...it's really 👌

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  2. पंक्तियों को क्या खूब संजोया है।

    सतीश।

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  3. One of your best poems. Loved it Very much❤
    You are a real gem.

    Dilpreet

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  4. आप बहुत ही सुन्दर शब्दो पिरोती है मुझे आप जेसे लोगो पर गर्व है

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