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एक बार तुम आ जाओ 💝💝
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शरीर है थका हुआ, ना हिम्मत है कुछ कहने की
सोचा अब कुछ भी लिख दू, ना रात बची है सोने की।
क्या लिखू, नहीं समझ आता,याद नहीं कुछ रहता है
लगता है मुझको जैसे ये जीवन एक सपना है ।
कोई तो मुझको यकीं दिला दो, फिर मेरा दिल टूटा है
ऐसा शोर मचा अंतर जब सारा आलम सोता है।
किससे कहनी है सब बातें ? तुम मुझको बतला दो यार
कौन है मुझसे बिछड़ गया, फिर उसका पता बता दो यार।
फिर कहलू कुछ अपने दिल की, फिर मैं गले लगा लू यार,
Vaaaah
ReplyDeleteKhoobsurat Kavita 👌👌
ReplyDeleteAwsome. ������
ReplyDelete👌👌👍🏼👍🏼
ReplyDeleteRadhe radhe
ReplyDeleteरह जाती हैं यादें और बचती है बस तनहाई, आपकी पंक्तियों ने फिर उसकी याद दिलाई।
ReplyDeleteसतीश
I wish u..gudluck
Deletekiski yaad aagyi......
DeleteKis ki yad aa gyi satish poem to bht achi hai but us pr tumra reply to gajab😜
Deleteकुछ पंक्तियाँ इतनी प्रभावी होती हैI कि वो आपके अंतर्मन की यादों में ले जाती है और ये पंक्तियां कुछ ऐसी ही है।
Deleteसतीश
Very Beautiful Poetry.
ReplyDeleteDilpreet
❤waah
ReplyDeleteAs beautiful as you ❤️❤️
ReplyDeleteSo sweet 👍👍❤️
ReplyDeleteGood expression through words
ReplyDeleteThnx::
Deleteno words .... its realy very nice poem...... K
ReplyDeleteBohat khub likha h 🥰🥰🥰🥰🥰🥰 devika
ReplyDelete☺☺
DeleteNice
DeleteBest one
ReplyDelete🤗🤗
ReplyDeleteYes right
DeleteThanks friends..:))
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