Pls Listen AITBAAR MUJHE HO RAHA to experience more realistic poetry by single click on below Image.
**********************************
के चाँद भी तेरे साथ है
है तारे भी कुछ कह रहे
और मेरा मन भटका रहे
है प्यार मुझको हो रहा
दिल बार बार कह रहा
अब न गिला कोई रहा
है ऐतबार मुझको हो रहा
न झूठ है कहना मेरा
के तुझे सुनने को मन मेरा कर रहा ।
अब न गिला कोई है एतबार मुझको हो रहा
ReplyDeletehe, pyar mujhko ho rha aapki poems se...k
ReplyDeleteKya yahi pyar hai?
ReplyDeleteWonderful
ReplyDeleteखूबसूरत एतबार 👏
ReplyDeleteवाह वाह क्या बात है।
ReplyDeleteChand bhi tere sath hai..
ReplyDelete👏
ReplyDeleteKya bat hi didi vv nice
ReplyDeleteVv nice didi
ReplyDeleteआप कि कितनी प्यारी सुन्दर प्रस्तुति को क्या बोले आप किस भाव में स्थित थी
ReplyDelete