क्या करे ! |
के कुछ कहना ही न पड़े
अब दिले हाल तो ठीक है !
अपनी शिकायतों का क्या करे ?
Hello Friends, you will find variety of Melodious & a Imaginative Poetries like Friendship, Love, First Meet, Memories, Desires, Happiness, and Many More On my Blog. Themisvi.com .
खामियुओं को तेरी नज़र अंदाज़ करू
जवाबों पे तेरे ऐतबार करू
फैसले भी तेरे क़ुबूल किये
अब तू ही बता ऐ ज़िन्दगी !
और किस तरह से तुझे प्यार करू ?
Pls Listen KARVAAN LEKE HUM CHALE to experience more realistic poetry by single click on below Image.
नमस्कार दोस्तो, प्रस्तुत है आज की कविता * कारवां लेके हम चले * इस कविता में मैंने समाज में रह रहे इंसान की सोच को, उसके अहंकार को और उसके अन्य पहलु को बताया है, लेकिन इस कविता का मूल आधार है, "स्वय में बदलाव करना" और इस बदलाव की शुरुवात हमें किसी से उम्मीद करके नहीं बल्कि खुद से शुरू करनी होगी। *कविता पढ़िए और अच्छी लगे तो अपने दोस्तो और रिश्तेदारो के साथ साझा कीजिये।
चले सबसे आगे हम चले ,
लेकिन अकेले नहीं सबको लेके हम चले।
क्यों इंतज़ार करे किसी के सर झुकाने का हम,
शान तो तब है, जब सजदे में सर को झुका के हम चले।
हैरत है कोई पूछता नहीं हाल भी कभी,
क्या गलत है ! अगर सबको गले लगाके हम चले।
ना आएगा मदद करने कोई भी इधर !
क्यों न हम ही, सबके ज़ख्मो पे मरहम लगाते हुए चले।
है अकेला हर कोई दुनिया की भीड़ में ,
एकता तो तब है , जब धागे में मोतियों को पिरोते हुए चले।
बेबस है कितना हर एक शख्स जहाँ में ,
भला तो तब है जब सबका हौसला बढ़ाते हम चले।
क्यू किसी के.. बदलने का इंतज़ार करे हम ?
पहल तो तब है जब.. बदलाव लेके हम चले।
क्यों ? दुआओं में किसीके उम्मीद हम करे ?
आशीष! तो तब मिले , जब सबको दुआओं में लेके हम चले।
अकेले चलने में कुछ न मज़ा है दोस्तो !
"उठो और आगे बढ़ो" ये कारवाँ ले के हम चले।।
बेटा |
********************************** बेटा, मान गए तेरा अंदाज़ हर बात पे है तुझको ऐतराज़ किसी की बात को तू ना माने बस अपना गुड़गान कराये समझाते तुझको बरसो बीतेपर तेरी आदत कभी ना सुधरे हर दिन एक नया बहाना है बस किताबों से जी चुराना है सारा दिन खेल और मस्ती हैवो भी तुझको कम लगती है दिन बीते पूरा दोस्तों के संग घर में लगता कभी न मन जवाबो में भी सवाल है तेरेक्यों , कब , कैसे , क्या है ये तो तकिए कलाम है तेरे सब कहते है तू बड़ा हुआ जैसे ख़जूर का पेड़ हुआ अब तो हो जा तू जिम्मेदार हर माँ की बेटे से यही पुकार लेकिन सच बोलू मैं एक बात तेरी बादमाशियूं पे आता है मुझको प्यार । |
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Pls enjoy the short clip on Mother & Son Conversation
दिल की बात
क्या खूब कहा है तूने आज *
फिर बुझती आग जला दी आज ।।
by Vinitaझूठी.. एक उम्र गुज़ार दी ,
जो ना थी खबर.. वो छाप दी।
कहने को तो.. हम सब कुछ थे ,
पर फिर भी.. तेरी रजा जान ली।।एक आस में हम - रह गए ,
आंखें खुली तो, ज्ञात आया ।
बस धोखा, ही हाथ आया ।।
मेघ भी देखो.. बरस रहे चेहरों पे छिटकी मुस्कान
शरीर है थका हुआ, ना हिम्मत है कुछ कहने की
सोचा अब कुछ भी लिख दू, ना रात बची है सोने की।
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है इतनी सी बात, फिर ना होगी मुलाकात
तेरे रास्ते नहीं मेरे रास्तों के साथ |
हैं तेरी अपनी ज़रूरते बड़ी,
हूं शायद नहीं में उनमे कहीं |
एक दोस्ती भी तो निभ न सकी,
और क्या उम्मीद थी मेरी इससे बड़ी ||
by Vinita
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इंतज़ार है ! इस कदर के बीती पूरी रात है
क्या तुम मेरे साथ हो ! या तुम्हारे ख्यालात है
ज़ादा फरक नहीं है मगर कुछ ऐसी ही बात है
चाँद की ठंडक से ज़ादा लगता तेरा एहसास है l
इस दिल ने गुस्ताखी की है जो तेरा भ्रम कर बैठा
तू ना होक भी साथ रहे इस पहेली को सुलझाता हूँ
क्या लिखू |
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नीँद नहीं आ रही कोई बताये मैं क्या लिखू ?
पहली मुलाकात 💕💕 |
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याद है मुझको पहली मुलाकात
वो हाथों में हाथ और तेरे ज़ज़्बात
वो चेहरे का नूर और अपना फितूर
तेरे दिल के इतने पास 💕💕
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गोपाला प्रभु नाम थारो गोपियन की मटकी तोड़ डारो माखन देख तोरा जी ललचाए नटखट कन्हैया बाज़ न आये आंख मिचोली मैया के संग रात दिन उनको सतायु ऐसो छल...